Panna News : आज पूरे देशभर में कार्तिक पूर्णिमा और गुरु नानक जयंती बड़े ही धूमधाम से मनाई जा रही है। हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को कार्तिक पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है। इस दिन स्नान और दान का विशेष महत्व होता है। आज चंद्रमा पूरे आकार में नजर आने वाले हैं। इसके अलावा दिन के समय सूर्य देव को अर्घ्य देना भी बहुत ही खास माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन सतनारायण भगवान की पूजा का भी विशेष महत्व होता है।
पौराणिक कथाओं में इस बात का वर्णन किया गया है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन भगवान शिव ने रक्षा त्रिपुरासुर का वध किया था। इसके बाद देवगन मुक्त और प्रसन्न होकर धरती पर दीपावली मनाने आए थे, इसलिए वाराणसी में इस दिन देव दीपावली भी मनाई जाती है।
पृथ्वी परिक्रमा में शामिल हुए भक्त
इस खास मौके पर मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में भी पृथ्वी परिक्रमा की जाती है। जिसमें देश के कई राज्यों से भक्तगण पहुंचते हैं। बता दें कि यह अनूठी परंपरा करीब 400 साल पुरानी है, जिसे महामति श्री प्राणनाथ जी ने शुरू किया था। इस दिन प्रणामी संप्रदाय के लोग पृथ्वी की परिक्रमा करते हैं और पन्ना के चारों तरफ जंगल के रास्ते से गुजर कर इसे पूरा करते हैं, जिससे उन्हें सुख और शांति मिलती है।
महाआरती का आयोजन
पहाड़ियों को पार करते हुए यह परिक्रमा मदार साहब, धर्म सागर और अघोर होते हुए खेजड़ा मंदिर पहुंचता है। वहीं, खेजड़ा मंदिर पहुंचने पर महाआरती का आयोजन होता है। इसके साथ ही, श्रद्धालुओं में प्रसाद का वितरण किया जाता है। जिसमें हर वर्ग के लोग शामिल होते हैं। भक्ती में डुबे शहर का नजारा आज कुछ और ही होता है।
पुजारी ने दी ये जानकारी
प्राणनाथ जी मंदिर के पुजारी देवकरण त्रिपाठी ने बताया कि यहां आयोजित होने वाली इस परिक्रमा की दूरी करीब 20 किलोमीटर के आसपास होती है, जिसमें देश भर के विभिन्न राज्यों से श्रद्धालु पहुंचते हैं और अपनी श्रद्धा से परिक्रमा लगाते हैं। यह परंपरा सदियों से चली आ रही है, जिसे आगे भी निभाई जाएगी।