Sagar Lokayukta Police Action : चुनाव आचार संहिता लागू के बावजूद भ्रष्ट शासकीय सेवक रिश्वत लेने से घबरा नहीं रहे, सागर लोकायुक्त पुलिस की टीम ने पन्ना में पदस्थ भ्रष्ट पटवारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है, पटवारी सर्पदंश से मृत्यु के बाद मिलने वाले शासकीय अनुदान राशि जारी करने के बदले रिश्वत ले रहा था।
सागर लोकायुक्त एसपी योगेश्वर शर्मा के मुताबिक पन्ना की अमानगंज तहसील के रामपुर ग्राम में रहने वाले जगत सिंह यादव ने उनके कार्यालय में शिकायत की थी कि उनके यहाँ तहसील में पदस्थ पटवारी देवेन्द्र प्रजापति शासकीय अनुदान राशि जारी करने के बदले रिश्वत की मांग कर रहा है।
सर्पदंश से मृत्यु के बाद मिलने वाली शासकीय राशि जारी करने के बदले मांगी रिश्वत
आवेदन में जगत सिंह ने लिखा कि उनके भाई की सर्पदंश से मृत्यु हो गई थी , मृत्यु के बाद मिलने वाली शासकीय अनुदान की राशि के लिए उन्होंने तहसील कार्यालय में आवेदन दिया था जिसे जारी करने के बी अदले वहां पदस्थ पटवारी देवेन्द्र प्रजापति 7000/- रुपये की रिश्वत की मांग कर रहा है।
रिश्वत की राशि हाथ में आते ही पटवारी और उसका सहयोगी गिरफ्तार
शिकायत मिलने के बाद लोकायुक्त की टीम ने इसकी पुष्टि की फिर ट्रेप प्लान किया, पटवारी ने फरियादी जगत सिंह को रिश्वत की राशि के साथ आजअमानगंज बस स्टैंड पन्ना पर बुलाया था, सागर लोकायुक्त की टीम भी जगत सिंह के साथ गई, बस स्टैंड पर पटवारी देवेन्द्र प्रजापति अपने सहयोगी (प्राइवेट व्यक्ति ) के साथ मौजूद था, जगत सिंह ने उसे जैसे ही रिश्वत की राशि 7000/- रुपये दी, लोकायुक्त की टीम ने घेरकर उसे पकड़ लिया।
पहले भी रंगे हाथ पकड़ा, कोर्ट में चालान पेश, नहीं नहा निलंबित
लोकायुक्त ने दोनों के हाथ धुलवाए जो गुलाबी हो गए इसके बाद लोकायुक्त सागर की टीम ने दोनों आरोपियों के खिलाफ विधि अनुसार भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। आपको बता दें कि इस आरोपी के विरुद्ध 05 अप्रैल 2021 को भी पन्ना ज़िले में ही 5000/- रुपये रिश्वत लेने पर लोकायुक्त ने ट्रैप करते हुए प्रकरण दर्ज किया था जिसमें 09 मई 2023 को विशेष न्यायालय पन्ना में चालान भी पेश किया जा चुका है और इसकी सूचना विभाग को भी दी जा चुकी थी इसके बावजूद ये अभी ड्यूटी पर है इसे निलंबित नहीं किया गया।