लोकायुक्त पुलिस सागर की टीम ने एक रिश्वतखोर क्लर्क को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है, टीम ने उसके पास से रिश्वत की राशि भी बरामद की है, लोकायुक्त ने आरोपी क्लर्क के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में मामला दर्ज किया है।
लोकायुक्त पुलिस सागर के एसपी योगेश्वर शर्मा से मिली जानकारी के मुताबिक पन्ना जिले के तहसील कार्यालय अमानगंज में पदस्थ भृत्य सुदामा प्रसाद दुबे ने एक शिकायती आवेदन कार्यालय में दिया था जिसमें उसी कार्यालय में पदस्थ नाजिर (सहायक ग्रेड 3) पर रिश्वत मांगने के आरोप लगाये थे।
इस काम के बदले क्लर्क ने मांगी रिश्वत
आवेदन में भृत्य ने बताया कि उसने चिकित्सीय अवकाश का वेतन निकालने एवं उसे अर्जित अवकाश में समायोजित करने और जीपीएफ निकालने के लिए तहसील कार्यालय में आवेदन दिया था, लेकिन उनका पेमेंट नहीं निकल रहा था, यहाँ पदस्थ क्लर्क इकबाल मोहम्मद उनसे इस काम के लिए 5000/- रुपये की रिश्वत मांग रहा है।
2000 रुपये लेते रंगे हाथ लोकायुक्त ने दबोचा
शिकायत प्राप्त होने के बाद लोकायुक्त टीम ने इसकी जाँच की और रिश्वत मांगे जाने के दौरान 2000 रुपये लेने के लिए तैयार हो गया और आज 24 जुलाई को नाजिर कक्ष में रिश्वत लेकर आने के लिए कहा, लोकायुक्त टीम ने ट्रैप प्लान की और तय समय पर भृत्य को 2000/- रुपये लेकर क्लर्क के पास भेजा, जैसे ही भृत्य दुबे ने रिश्वत दी वैसे ही उसे दबोच लिया।
लोकायुक्त पुलिस ने मामला दर्ज किया
लोकायुक्त टीम ने आरोपी के पास से रिश्वत में ली गई राशि रुपये 2000/- बरामद कर लिए और जब उसके हाथ धुलाये तो वो गुलाबी हो गए, रिश्वत लिये जाते रंगे हाथ पकड़े जाने के बाद लोकायुक्त ने आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में मामला पंजीबद्ध कर जाँच में ले लिया।






