पन्ना, भारत सिंह यादव। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के पन्ना (Panna) में हुई संदिग्ध हत्या (killing) का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। ट्रक चालक को मारने वाला कोई और नहीं बल्कि उसका ही साथी ट्रक क्लीनर निकला। जिसने इस घटना को अंजाम दिया था। ट्रक क्लीनर (Truck cleaner) का कहना है की उसपर लगे झूठे आरोप के चलते उसने यह घटना को अंजाम दिया।
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जानिए क्या है पूरा मामला
पन्ना में 17 तारीख को थाना प्रभारी मंडला जे.एम. सिंह को सूचना मिली की केन नदी के पुल के नीचे नदी पर एक अज्ञात व्यक्ति का शव पानी के ऊपर तैरता दिख रहा है। सूचना पर थाना प्रभारी मंडला द्वारा तत्काल केन नदी पुल के पास पहुँचकर उक्त अज्ञात व्यक्ति के शव को नदी से बाहर निकलवाया गया और मौके पर मर्ग कायम कर जाँच में लिया गया। मृतक के शव का पोस्टमार्टम करवाया गया। जिसमें विशेषज्ञ डॉक्टरो द्वारा पी.एम. रिपोर्ट दी की गई। रिपोर्ट एवं शव के गले में मिले निशानो के आधार पर मामला हत्या का होना पाये जाने पर से अज्ञात आरोपी के विरूद्ध थाना मंडला में अपराध क्र. 12/21 धारा 302,201 भादवि का पंजीबद्ध किया जाकर विवेचना मे लिया गया। पुरे मामले की जानकारी थाना प्रभारी मंडला द्वारा वरिष्ठ अधिकारीयों को दी गई । हत्या के प्रकरण को पुलिस अधीक्षक पन्ना धर्मराज मीना ने गंभीरता से लेते हुये अज्ञात आरोपी की पतारसी एवं गिरफ्तारी हेतु पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीणा के निर्देशन, अति.पुलिस अधीक्षक बी के एस परिहार एवं पुलिस अजयगढ बी. एस. परिहार के मार्गदर्शन एवं थाना प्रभारी मण्डला जे.एम. सिंह के नेतृत्व में एक पुलिस टीम गठित की गई एवं सायबर सेल पन्ना को पुलिस टीम की सहायतार्थ मौके पर रवाना किया गया। पुलिस टीम द्वारा तत्काल मौके पर जाकर घटना के संबंध में जानकारी एकत्रित की गई। जिसमें पुलिस टीम को मृतक के कपड़ों से एक टोल नाका की पर्ची मिली । उक्त टोल पर्ची में ट्रक नंबर UP 94 T 7624 अंकित पाया गया। पुलिस टीम द्वारा टोल नाका की पर्ची के आधार पर ट्रक क्रमांक UP 94 T 7624 के बारे में जानकारी एकत्रित की गई। जो उक्त ट्रक ललितपुर (उ.प्र.) का होना पाया गया एवं उक्त ट्रक के मालिक से पुलिस द्वारा संपर्क किये जाने पर मृतक व्यक्ति की पहचान दुर्गपाल प्रजापति पिता लाखन प्रजापति उम्र 30 वर्ष निवासी ग्राम जाखलौन थाना जाखलौन जिला ललितपुर (उ.प्र.) के रूप में हुई। जो उक्त ट्रक का चालक था । पुलिस टीम द्वारा ट्रक मालिक से ट्रक में रहने वाले अन्य लोगो की जानकारी प्राप्त करने पर पता चला कि ट्रक मालिक द्वारा बताया गया कि मेरे द्वारा करीब 2 दिन पूर्व ट्रक सतना, मैहर तरफ सीमेन्ट लोड करने के लिये भेजा गया था। जिसमें मृतक ट्रक चालक के साथ एक क्लीनर को भेजा गया था। जो अभी तक माल लोड करके मेरे पास नही पहुँचे है। पुलिस टीम द्वारा उक्त ट्रक एवं उसके क्लीनर की तलाश की गई। पुलिस टीम को सायबर सेल एवं मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि उक्त ट्रक क्लीनर ट्रक सहित यादव ढाबा के पास ग्राम खैंरो थाना मातगुवां जिला छतरपुर में देखा गया है। मुखबिर सूचना के आधार पर पुलिस टीम द्वारा यादव ढाबा के पास पहुँचकर देखा गया जो उक्त ट्रक क्रमांक UP 94 T 7624 ढाबा के पास खडा था एवं क्लीनर ट्रक में बैठा था
इस तरह दिया था घटना को अंजाम
जिसके बाद पुलिस टीम द्वारा क्लीनर को ट्रक सहित थाना मंडला लाया जाकर घटना के संबंध में पूछताछ की गई तो क्लीनर द्वारा पुलिस टीम को पूछताछ पर बताया गया कि मैं करीब 01 वर्ष से ट्रक में क्लीनर (हेल्पर ) का काम करता हूँ, करीब 15-16 दिन पहले मैं ट्रक के ड्रायवर दुर्गपाल सिंह के साथ भूंसा लोड करके बिहार गया था। जहाँ पर 72,000 रूपये भाड़ा मिला था। जिसे दुर्गपाल सिंह ने अपने पास रख लिया था और अगले दिन ट्रक मालिक को फोन लगाकर मेरी झूठी शिकायत की थी। दुर्गपाल ने मालिक से कहा कि क्लीनर ने रूपये चोरी कर लिये है। इस बात को लेकर मेरा और दुर्गपाल का विवाद हुआ और इसके बाद बिहार से भाड़ा लेकर सतना आ रहे थे , तो मैंने रास्ते मे देखा कि जो पैसे दुर्गपाल चोरी होना बता रहा था वो पैसे ट्रक के अन्दर ड्रायवर सीट के पीछे चेन वाली पॉकिट में रखे थे। जिसे देखकर मैंने दुर्गपाल से कहा कि तुम मुझपर झूठा चोरी का आरोप लगा रहे हो ,खुद पैसे चोरी किये हो , इस बात पर दुर्गपाल मुझसे विवाद करने लगा उसके बाद मैहर सतना से सीमेन्ट लोड करके होटल में खाना खाने के लिये मैंने दुर्गपाल से पैसे माँगे तो उसने मुझे थप्पड़ मार दिया एवं आपत्तिजनक शब्द कहे। जिसके बाद मेरे मन मैंने दुर्गपाल जान से मरने का मन बना लिया। और भूसा की झाल काटने वाली छुरी से मौका देख कर दुर्गपाल के गले में छुरी से हमला कर उसका गला रेत कर हत्या कर दी एवं ट्रक को रोककर दुर्गपाल की लाश को क्लीनर वाली सीट में खिसका दिया और चाकू झाड़ियों में फेक दिया। फिर मैं ड्रायवर वाली सीट में बैठ कर ट्रक को केन नदी के पुल में बाये तरफ रैलिंग से सटाकर गहरे पानी में लाश को फेंक दिया । दुर्गपाल का मोबाइल भी मैंने नदी में फेक दिया था। उसके बाद मैं ट्रक लेकर बडामलहरा रोड में ग्राम खैरो यादव ढाबा के पास आया और ट्रक को खड़ा करके अन्दर लगे खून को साफ किया तथा बिहार से मिला भाड़ा का पैसा 72,000 रूपये मैने स्लीपर सीट के नीचे पेटी में पॉलीथीन में लपेटकर रख दिए। वहीं पर मैंने अपने कपड़े रखे है जिन्हे मैंने घटना के समय पहना था उनमे खून के निशान है। वही आरोपी क्लीनर द्वारा घटना को स्वीकार किया जाने पर गिरफ्तार कर पुलिस न्यायालय पेश करेगी।
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