Jam Gate Road : इंदौर में मंडलेश्वर के पर्यटन स्थल जाम घाट पर काफी ज्यादा संख्या में लोग घूमने के लिए जाते हैं। लेकिन जाम घाट जाने से पहले कुछ खतरनाक मोड वाले रास्तों का सामना करना पड़ता है। दरअसल चित्तौड़गढ़ भुसावल राजमार्ग पर मंडलेश्वर तक पैच वर्क करवा दिया गया है, उसके बाद भी नगर के कसरावद फाटे से नर्मदा ब्रिज तक दो-तीन ऐसे स्थान है जो दुर्घटना संभावित क्षेत्र में गिने जाते हैं।
दरअसल, सोनिया नगर के पास वाली पुलिया से लगा हुआ मोड़ और उससे ऊपर वाला मोड़ के साथ कुमार फटे वाला मोड़ काफी ज्यादा खतरनाक है। ऐसे में लोगों की सुरक्षा खतरे में बनी रहती है। दरअसल अच्छे मौसम में सबसे ज्यादा लोग जामगेट घूमने के लिए आते हैं। लेकिन जाम गेट तक आने के लिए घुमावदार रोड और संकरे मार्ग से होकर आना पड़ता है। ऐसे में लोगों को काफी ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
क्योंकि ये दुर्घटना संभावित क्षेत्र बना हुआ है, यहां के कई मोड़ काफी ज्यादा खतरनाक है। ऐसे में कई लोग सीधा मौत का सामना करते हैं। बड़ी बात ये है कि यहां सेल्फी लेने के प्रयास में कई लोग जान गवां चुके हैं। इतना ही नहीं यहां ऊंचे-ऊंचे पहाड़ों के पास रैलिंग भी बनी हुई नहीं है। लोग फोटो खिंचाने के बहाने आगे तक चले जाते। लेकिन सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं होने से हादसे हो जाते हैं। ऐसे में भी यहां जिम्मेदारों का ध्यान नहीं जाता है।
ग्राम भकलाय के समाज सेवी जितेंद्र बारिया का कहना है कि ग्राम बगदरा से दो किलोमीटर दूर खतरनाक अंधा मोड़ है। यहां अक्सर दुर्घटना होती रहती है। वाहन भी पुलिया से टकरा जाते हैं। या फिर नाले में गिर जाते हैं। इसलिए इन जगहों पर सुधार की जरुरत है। घाट सेक्शन अभी भी दुर्घटना संभावित क्षेत्र बना हुआ है। सबसे ज्यादा लोग यहां आते हैं लेकिन उसके बाद भी जिम्मेदार इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। लगातार दुर्घटना की ख़बरें सुनने को मिलती है।