Pithampur Master Plan 2035: इंदौर के पीथमपुर के साल 2035 तक के मास्टर प्लान को नगरीय विकास और आवास विभाग की ओर से घोषित कर दिया गया है। इसमें 65 गांव शामिल है जिसमें इंदौर के 35 और धार के 30 ग्रामीण क्षेत्रों का चयन किया गया है। 40 हजार हेक्टेयर के इस मास्टर प्लान में 27 हजार हेक्टेयर में निवेश किया जाएगा। इस पूरे प्लान को राज्य शासन की ओर से गजट नोटिफिकेशन में जारी कर दिया गया है।
तैयार हुआ Pithampur Master Plan
यह पहली बार है जब पीथमपुर शहर के लिए मास्टर प्लान तैयार किया गया है और इसमें यहां के औद्योगिक हिस्से को भी जगह दी गई है। पूरी योजना में आवासीय और औद्योगिक क्षेत्र के साथ सामाजिक विकास को शामिल करते हुए प्लान तैयार किया गया है। इसमें एक व्यक्ति द्वारा मामला कोर्ट तक ले जाने की वजह से अब तक योजना अटकी हुई थी। लेकिन हाई कोर्ट का निर्णय आने के बाद राज्य शासन द्वारा मास्टर प्लान जारी करने की मंजूरी दे दी गई है।
जारी हुआ गजट नोटिफिकेशन
जारी किए गए नोटिफिकेशन में इंदौर के मौकयाल, नरयाल, डेहरी के साथ सोनवाय, पिपलिया मल्हार, भैंसयाल, गोपालपुरा, कवटी जैसे गांव शामिल हैं, इनकी पूरी पूरी जमीन ली गई है। वहीं बंजारी, भाटखेड़ी, टीही की आंशिक जमीन। ताजखेड़ी, मोथला, सेजवानी, चिराखान, माचल, धरावरा, बगोदा, पीर पिपल्या की पूरी जमीन शामिल है।
धार जिले के ये गांव
धार जिले के जन्म गांव का चयन किया गया है उसमें निजामपुरा, मिर्जापुरा, दिग्ठान, पीपल्दा, लेबड़, टेहरी, बलसाड़ा खुर्द, एकलदना, कुमार कराड़िया की पूरी जमीन शामिल है। वहीं बिचौली, माधवपुर, बागोदा, उमरिया, खंडवा, बक्साना, कल्याणसीखेड़ी में एमपीआईडीसी एरिया को छोड़ आंशिक हिस्सा लिया गया है।
मास्टर प्लान में ये योजना
घोषित किए गए मास्टर प्लान में आवासीय उपयोग के लिए 5500, मिश्रित उपयोग के लिए 1820, औद्योगिक उपयोग के लिए 4322, वाणिज्यिक उपयोग के लिए 1124, यातायात और परिवहन के लिए 2353, आमोद प्रमोद के लिए 2610 और सार्वजनिक उपयोग तथा अन्य सुविधाओं के लिए 13.5 हेक्टेयर क्षेत्र में काम किया जाने वाला है।