पुलिस पर डाका डालने का आरोप, आरोपी के बैंक खाते से निकाले 53 हजार रुपए

एसपी

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। आमतौर पर देखा जाता है कि चोरों द्वारा लोगों के घरों को निशाना बनाया जाता है या फिर ऑनलाइन ठगी (Cheating online) के जरिए जनता का पैसा लूटा जाता है। जिस पर पुलिस कार्रवाई करती है, लेकिन आज हम आपको एक ऐसे मामले के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां पर पुलिस ने जेल में बंद गांजा तस्कर (Hemp smuggler in jail) के बैंक खाते पर ही डाका डालने का आरोप लगा है। जी हां हम बात कर रहे हैं भोपाल की कोहेफिजा पुलिस (Kohefija Police) की, जिसने Ndps के गिरफ्तार आरोपी (Ndps arrested accused) के एटीएम (ATM) से 53 हजार रुपए निकाल लिए।

पुलिस ने आरोपी के ATM से निकाले रुपए


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।