जबलपुर, संदीप कुमार। विद्युत विभाग की लाख कावायदों के बाद भी बिजली चोरी रुकने का नाम नहीं ले रही है। यही वजह है कि प्रदेश में लगातार हो रही बिजली चोरी को लेकर जब ऊर्जा मंत्री ने अधिकारियों को फटकार लगाई है जिससे विभाग के शीर्ष अधिकारी जमीनी स्तर पर इसकी जांच करने के लिए स्वयं उतर आए हैं।
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ऊर्जा विभाग के प्रमुख संजय दुबे अचानक ही जबलपुर पहुंचे जहां उन्होंने बिजली चोरी पकड़ने के लिए स्वयं ही मैदान को संभाल लिया। दरअसल संजय दुबे जबलपुर में कलेक्टर रह चुके थे और वे इस शहर की हर चीज से अच्छी तरह से रूबरू रहे हैं। कहां पर बड़े पैमाने पर बिजली चोरी होती है और कहां से सबसे अधिक लापरवाही होती है यह भी संजय दुबे को अच्छे से पता था। लिहाजा बिना किसी को सूचना दिए चंद अधिकारियों के साथ वह पूर्व क्षेत्र में चले गए जहां उन्होंने चोरी से बिजली का उपयोग करने वालों को पकड़ लिया। आपको बता दें कि यह पहली बार है कि जब किसी विभाग का प्रमुख सचिव अपने विभाग की गलतियों को पकड़ने के लिए खुद ही मैदान पर उतर रहा हो।
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मध्य प्रदेश के प्रमुख सचिव ऊर्जा एवं बिजली कंपनियों के अध्यक्ष संजय दुबे बीते दिन अचानक ही जबलपुर पहुंचे, जहां उन्होंने सिटी सर्किल के नगर संभाग पूर्व के उन क्षेत्रों का निरीक्षण किया जहां उन्हें लगातार बिजली चोरी एवं लाइन लॉसेंस की शिकायत मिल रही थी। इस दौरान पाया कि इस क्षेत्र में भारी मात्रा में बिजली का दुरुपयोग किया जा रहा था। वे अपने अधीनस्थ अधिकारियों के साथ नसीमाबाद क्षेत्र पहुंचे जहां उन्होंने उपभोक्ताओं को बिजली चोरी करते हुए रंगे हाथों पकड़ा। उन्होंने देखा कि बहुत से लोग ऐसे थे जो कि सर्विस लाइन को ब्रेक कर 20 कैप्शन जोड़कर घर पर बिजली जला रहे थे। जिसपर संजय दुबे ने मौके पर ही बिजली चोरी करने वालों के खिलाफ प्रकरण दर्ज करवाया इतना ही नहीं स्लाटर हाउस 4 खंबे के पास खराब मीटर का बहाना बताकर मीटर की इनकमिंग में लाइन जोड़कर बिजली इस्तेमाल करते हुए एक व्यक्ति को भी पकड़ा गया जिसपर व्यक्ति के खिलाफ चोरी का प्रकरण दर्ज करवाया गया। औचक निरीक्षण के दौरान संजय दुबे के साथ पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंधन विभाग कई अधिकारी मौजूद रहे।