MP News : मध्य प्रदेश लगातार नए-नए नवाचार कर विश्व भर में अपनी पहचान बना रहा है। इतना ही नहीं यहां की जेलों में भी बड़ा बदलाव किया जा रहा है। जहां एक तरफ अपराध करने वाले कैदियों को कैद में रखा जा रहा है वहीं दूसरी तरह उन्हें पढ़ाई करने का भी मौका दिया जा रहा है।
ऐसा ही कुछ एमपी के रीवा की केंद्रीय जेल में किया जा रहा है। यहां बंद अपराधियों को पढ़ाई करने का मौका दिया जा रहा है। इतना ही नहीं अपराधी पढ़ाई करके टॉप भी कर रहे हैं। खास बात यह है कि उन्हें डिप्लोमा से लेकर ग्रेजुएशन तक करने का मौका दिया जा रहा है। वह जेल में ही रहकर डिग्री हासिल कर रहे हैं।
MP News : इन कोर्स की पढ़ाई कर रहे कैदी
बताया जा रहा है कि कैदियों को ना सिर्फ अधूरी पढ़ाई करने का मौका मिल रहा है। बल्कि वह एमबीए एमएसडब्ल्यू जैसे कोर्स भी कर रहे हैं। शिक्षा से जुडऩे के बाद अब कैदियों के व्यवहार व स्वभाव में भी बदलाव देखने को मिल रहा है।
जानकारी के मुताबिक, रीवा जिले की केंद्र जेल में कई सारे कैदी मौजूद है। लेकिन इसमें से 400 कैदी और बंदी पढ़ाई कर रहे हैं। वहीं एक दर्जन से ज्यादा लोक प्रोफेशनल कोर्स की तैयारी कर रहे हैं। इन्हें अच्छी से अच्छी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है। ताकि वह अच्छे माहौल में रहकर अपनी पढ़ाई को पूरा कर रहे हैं।
कैदियों के लिए अच्छे संस्थान और संसाधन भी उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। इतना ही नहीं इनकी परीक्षा भोज मुक्त विवि, इग्नू व नियोस के माध्यम से संचालित करवाई जाती है। आंकड़ों के मुताबिक, 10 बंदियों ने एमबीए व एमए में स्नातक की परीक्षा उत्तीर्ण की। 25 बंदी स्नातक और 5 ने डिप्लोमा कोर्स किया।