रायसेन/दिनेश यादव
देश में कोरोना महामारी COVID 19 की रोकथाम हेतु देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तक सख्त हैं। जिसके बाद देशभर में लॉक डाउन चल रहा है लेकिन जिले में लॉक डाउन के बाद भी अवैध शराब कारोबारियों के हौसले बुलंद हैं। रायसेन कलेक्टर उमाशंकर भार्गव के आदेशानुसार एवं दीपम रायचुरा सहायक आबकारी आयुक्त रायसेन के निर्देशन में धारा 144 के तहत लॉकडॉउन के चलते सतत गश्त कार्रवाई के दोरान ग्राम रोजडा स्थित इंद्रप्रस्थ ढाबा के खुले होने एवं अवैध शराब संग्रहित होने की सूचना मिली थी, जिसके बाद वहां से अवैध शराब पकड़ी गई है। बताया जा रहा है कि ये शराब भोपाल से लॉकडाउन के दौरान रायसेन लाई गई थी।
जानकारी के मुताबिक विनीत तिवारी अनुविभागीय अधिकारी गौहरगंज द्वारा मोबाईल पर आबकारी वृत ओबेदुल्लगंज प्रभारी श्रीमती पूजा चंद्रन वर्मा को इंद्रप्रस्थ ढाबा के खुले होने सूचना दी गई। वृत प्रभारी मय स्टाफ चिक्लोद के समीप गश्त पर थीं और वो पहुँच मौके पर पहुंच गईं। वहां तलाशी लेने पर भारी मात्रा में अवैध शराब बरामदग की गई है। गोवा ,बॉम्बे स्पेशल, इंपीरियल ब्लू, मैक डॉवेल,रॉयल स्टैज व्हिस्की के पाव एवं बोतल, बीयर हेवर्ड्स व लेमोन्ट साथ ही देशी मदिरा प्लैन मसाला पाव इस प्रकार कुल 122 bl लीटर अवैध शराब जब्त की गई। इसी के साथ ढाबा संचालक रविंद्र सिंह एवं सह आरोपी संजय यादव को गिरफ्तार किया गया है और उनके खिलाफ मप्र आबकारी अधिनियम 1915 संशोधित 2000 की धारा 34(2) के तहत कार्यवाही की जा रही है।
मौके पर गोहरगंज एसडीएम विनीत तिवारी एवं ओबेदुल्लगंज एसडीओपी मलकीत सिंह उमरावगंज थाना प्रभारी शाहबाज खान की पुलिस टीम भी पहुंची थी। थाना उमरावगंज के स्टाफ का भी इस कार्यवाही मे सहयोग रहा। ढाबा संचालक से पूछताछ करने पर उसके द्वारा बताया गया कि ये शराब भोपाल से लाई गई बताया गया है और अब आबकारी विभाग इस बात की जांच कर रहा है कि लॉकडाउन में भोपाल से शराब रायसेन शराब कैसे लाई गई। जब्त की गई शराब की कीमत लगभग 50 हजार रूपये हैं। इंद्रप्रस्थ ढाबा मालिक जीतू चौहान जो मौके पर उपस्थित नही था उसके विरुध आबकारी द्वारा पूर्व मे भी 34(2) के दो प्रकरण कायम किए गए थे फिलहाल ढाबा संचालक जीतू चौहान की तलाश की जा रही हैं।