रायसेन| शिवराज सरकार में मंत्री सुरेंद्र पटवा आखिरकार बीजेपी के गढ़ को बचाने में सफल रहे| एंटी इंकम्बैंसी और स्थानीय चेहरे की मांग के बाद भी पटवा को जनता ने भारी मतों से विजयी बनाया है| वहीं कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी की जीत की कसक अधूरी ही रह गई| एक बार फिर पटवा ने उन्हें भारी अंतर् से मात दी है| 29 हजार से अधिक मतों से पटवा ने यह चुनाव जीत लिया है| पूर्व मुख्यमंत्री स्व. सुंदरलाल पटवा के निधन के बाद यह पहला चुनाव था| पार्टी ने फिर से उनके भतीजे सुरेंद्र पटवा को मैदान में उतारा था| पिछले चुनाव में भी पटवा और पचौरी के बीच मुकाबला था, जिसमे पचोरी की हार हुई थी|
राजधानी भोपाल से लगे भोजपुर विधानसभा के इस क्षेत्र में मंडीदीप,ओबेदुल्लागंज, गोहरगंज ,सुल्तानपुर से लेकर बाड़ी बड़े नगर हैं| लगभग सवा दो लाख मतदाताओं वाली इस विधानसभा मे 300 गांव आते हैं। भोजपुर विधानसभा सीट कभी कांग्रेस का गढ़ हुआ करती थी| 1967 में अस्तित्व में आई इस विधानसभा पर पहली बार के चुनाव में जनता ने कांग्रेस प्रत्याशी गुलाबचंद को जीत का तिलक लगाकर भोजपुर का पहला विधायक बनाया, गुलाबचंद यहां से दो बार जनता द्वारा चुने गए और 10 साल विधायक रहे। इसके बाद भोजपुर विधानसभा की सीट पर पटवा परिवार का कब्जा हो गया|
पचोरी को दूसरी बार हराया
1985 से 1998 तक सुंदरलाल पटवा ने क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया, इसके बाद उनके भतीजे सुरेंद्र पटवा भोजपुर की इस सीट के उत्तराधिकारी हुए और बीजेपी के टिकट पर 2003 में यहां से चुनाव लड़े लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी राजेश पटेल से सुरेंद्र पटवा हार गए | 2003 के विधानसभा चुनाव में जहां राजेश पटेल को 56681 वोट मिले वहीं सुरेंद्र पटवा को 53328 वोट मिले, सुरेंद्र पटवा यहा राजेश पटेल से 3353 वोटों से हार गए| वही 2008 में सुरेंद्र पटवा ने राजेश पटेल को चुनाव में मात देकर पुरानी हार का बदला पूरा कर लिया| 2008 में जहां सुरेंद्र पटवा को 42960 वोट मिले वही राजेश पटेल को 29294 वोट मिले यहा राजेश पटेल मंत्री सुरेंद्र पटवा से 13666 वोटों से हार गए| 2013 में बीजेपी ने एक बार फिर सुरेंद्र पटवा को टिकट दिया जहां पर सुरेंद्र पटवा ने कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचोरी को शिकस्त देते हुए बड़े अंतर से जीत हासिल की| 2013 के विधानसभा चुनाव में सुरेंद्र पटवा को 80491 वोट मिले वही सुरेश पचोरी को 60342 वोट मिले सुरेंद्र पटवा ने सुरेश पचोरी को 20149 वोटों के बड़े अंतर से हरा दिया। इस बार हुए चुनाव में पचौरी ने जीत का दावा किया था लेकिन एक बार फिर उन्हें 29 हजार से अधिक वोटों से हार का सामना करना पड़ा|