रायसेन, डेक्स रिपोर्ट। रायसेन में एक वीडियो सोशल मीडिया पर बहुत तेजी से वायरल हो रहा है। लोगों के अनुसार यह वीडियो जिला मुख्यालय का ही है जहाँ मंत्री दत्तीगांव जिले के दौरे पर थे। उसी दौरान उनके काफिले के पीछे एक चलती कार में गेट पर बैठकर युवक वीडियो बना रहा था। इस वीडियो पर सवाल क्यों उठ रहे हैं?
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क्योंकि ऐसा कई बार देखा गया है कि पुलिस वाहन चालकों पर चालान कार्रवाई करती दिखाई देती है। फला-फला बातों की कमी को बताकर जनता से फुल वसूली और चालानी कार्रवाई की जाती है। लेकिन जब कोई सत्ताधारी नेता या कार्यकर्ता नियम का उल्लंघन करते हैं तो उन पर पुलिस प्रशासन कोई कार्यवाही क्यो नहीं कर पाता? ऐसे कई मामले देखे गए हैं, जहाँ केवल वीडियो के माध्यम से ही कई लोगों पर कार्यवाही हो चुकी है। लेकिन पुलिस इस मामले में कंप्लेंट खोज रही है एक्शन लेने के लिए। इसी बात से पुलिस के दोहरे रवैया का अंदाजा लगाया जा सकता है।
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जिला मुख्यालय पर चलती गाड़ी से वीडियो बनाने का मामला सामने आया है पुलिस द्वारा कोई एक्शन नहीं लिया गया है। पुलिस का भी मानना है कि वीडियो भले ही सामने आया है लेकिन किसी भी प्रकार की कोई कंप्लेंट हमारे पास नहीं है। इसलिए अब सवाल उठता है कि इस तरह के स्टंट फोटोग्राफी के कारण कोई हादसा हो जाता तो जिम्मेदार कौन होता? आखिर लापरवाही बरतने वाले और नियम कानूनों को अनदेखा पुलिस क्यों कर रही है? नियम का उल्लंघन करने वाले लोगों के खिलाफ यदि समय-समय पर कार्रवाई होती रहे तो शायद आगे इस तरीके के दृश्य दोबारा देखने को ना मिले।