राजगढ़, डेस्क रिपोर्ट। राजगढ़ (Rajgarh) जिले के ब्यावरा में एक 7 वर्षीय नाबालिग बालिका से कलयुगी दादा ने दुष्कर्म किया था। इस मामले में आरोपी दादा को शेष जीवन जेल में रहने की सजा सुनाई गई है।
यह भी पढ़ें…Shivpuri : कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने किया पिछोर का निरीक्षण
जानकारी के अनुसार अबोध बालिका की मां ने चाचा ससुर रामलाल मेवाड़ा को बच्ची के साथ दुष्कर्म करते हुए पकड़ा था। अबोध अभियोक्त्री ने बताया कि वह घर के बाहर खेल रही थी तभी काका आये और उससे बोला कि चल तुझे छत दिखाता हूं। फिर उसे मुंशी जी की छत पर ले गये और गलत काम करने लगे। फिर उसने पीड़ित बालिका से पूछा कि काका ने पहले भी ऐसा किया है क्या तो अभियोक्त्री ने बताया कि काका ने 5 बार ऐसा किया है। काका अपने घर ले जाता था और छत पर बुरा काम करता था। फिर उसने अभियोक्त्री से पूछा कि बताया क्यों नहीं तो अभियोक्त्री ने बताया कि काका बोलता था कि किसी को बताना नहीं नहीं तो मैं तुझे मार डालूगा । उक्त रिपोर्ट पर से आरक्षी केन्द्र शहर ब्यावरा द्वारा धारा 376(2)(एन) 376एबी, भादंसं एवं धारा 5एल/6 लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम 2012 की कायमी की जाकर सम्पूर्ण विवेचना उपरांत अभियोग पत्र न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। राज्य शासन की ओर से पैरवी जिला लोक अभियोजन अधिकारी आलोक श्रीवास्तव राजगढ एवं सहायक जिला लोक अभियोजन अधिकारी आलोक उपाध्याय ब्यावरा ने की। जिसमे आरोपी मैवाड़े को शेष प्राकृत जीवन सश्रम कारावास की सजा सुनाई है।