Rajgarh: राजगढ़ से एक विचित्र खबर सामने आई है। बताया जा रहा है कि राजगढ़ के पुजारियों ने आसपास के चार गांव के मंदिरों में पूजा पाठ करना बंद कर दिया है। पुजारियों के इस बड़े कदम के पीछे नाबालिग के अपहरण का मामला है। कुछ दिनों पहले किशोरी के लापता होने की खबर सामने आई थी।10 दिन बाद भी किशोरी का कुछ पता नहीं चला तो पुजारियों ने क्रोधित होकर चार गांव के मंदिरों में पूजा-पाठ बंद कर दी।
दरअसल, राजगढ़ के भोजपुर थाना क्षेत्र में देवउठनी एकादशी के दिन यानी 23 नवंबर को अपने मामा के घर आई किशोरी 25 नवंबर से लापता थी। किशोरी के परिजनों ने एक युवक पर अपहरण करने का संदेह भी जताया, लेकिन किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की गई और 10 दिन बाद भी किशोरी का कुछ पता नहीं चल सका। जिस वजह से पुजारियों ने क्रोध जताते हुए चार गांव के मंदिरों में पूजा पाठ करना ही बंद कर दिया। इन सब के बाद पुलिस अपने एक्शन मोड में आई और गुरुवार के दिन बालिका को बरामद कर आरोपित को हिरासत में ले लिया है।
नाबालिग के मामा ने बताया पूरा मामला
नाबालिग के मामा ने मामले की पूरी जानकारी देते हुए बताया कि 23 नवंबर एकादशी के दिन भांजी हमारे यहां रुकने आई थी मेरा छोटा भाई यहां आस-पास के मंदिरों में पूजा करता है। पहले हमने भांजी के लापता होने पर भोजपुर थाने में शिकायत की इसके साथ ही हमें एक युवक पर शक था, हमने उसके समाज में भी उसको संरक्षण न देने की मांग की। लेकिन फिर भी भांजी का कहीं कुछ पता नहीं चला, तो हमने विरोध जताते हुए सेमलापूरी स्थित बाबा रामदेव जी के मंदिर, खाजला स्थित राम मंदिर, गादिया स्थित हनुमान जी व राम जी के मंदिर साथ ही गोलाखेड़ा स्थित मंदिर में पूजा पाठ करना बंद कर दिया था।
पुजारियों के द्वारा मंदिरों में पूजा न करने से यह मामला पूरे गांव में फैल गया। इसके बाद पुलिस ने गुरुवार को एक्शन लिया और आरोपित के परिजनों को थाने बुलाया। नाबालिक को बरामद कर आरोपित को पुलिस अभिरक्षा में लिया गया।