राजगढ़ : पानी की टंकी और कचरे के ढेर ने उगले 40 लाख के जेवर

राजगढ़, डेस्क रिपोर्ट। राजगढ़ जिले के खिलचीपुर में पानी की टंकी और कचरे के ढेर ने 40 लाख के सोने चांदी के जेवर उगले, दरअसल सर्राफा व्यापारी की दुकान में हुई 40 लाख रुपए के यह गहने पानी की टंकी और कचरे में मिले।  पुलिस ने धनतेरस यानी शनिवार सुबह गाडगंगा नदी के पास स्थित पानी की टंकी और कचरे के ढेर में से चोरी हुए 40 लाख के जेवरात बरामद करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। चोरी की ये वारदात 18-19 अक्टूबर की दरमियानी रात को हुई थी।

यह भी पढ़ें…सिंगरौली : BJP सांसद और विधायक को जब भीड़ ने खदेड़ा, कागजी योजनाओं के बखान से थे लोग, VIDEO वायरल

चोरी करने वाले चारों आरोपी दोस्त हैं। जिनमें राकेश मोगिया, लखन मोगिया और करण मोगिया चचेरे भाई हैं। चौथा आरोपी हरिओम सेन सैलून चलाता है। चारों ने हरिओम की दुकान में बैठकर ही चोरी का प्लान बनाया था। और खास बात यह रही कि चोरी में जितनी भी चीजों का उपयोग किया वह सब भी चोरी की ही थी, प्लान के मुताबिक आरोपियों ने पहले एक वेल्डिंग मशीन चुराई, फिर मेड़तवाल धर्मशाला में दूसरी मंजिल से टेंट हाउस के सामान से दो पर्दे चुराए। उनमें गठान लगाकर पर्दे के सहारे झंवर के मकान में उतरे। यहां से सर्राफा बाजार में बृजमोहन सर्राफ की दुकान पर वेल्डिंग से गेट काटने की कोशिश की। लेकिन वेल्डिंग की आवाज होने पर मशीन वहीं दीवार पर रखकर मेन गेट तोड़कर घुसे। आरोपी 6 ताले तोड़कर दुकान में तीन मंजिल नीचे उतर गए और तिजोरी और दुकान में रखे 40 किलो चांदी और 15 तोला सोने के गहनों-बर्तनों को दो बोरों और एक बैग में भरकर भाग निकले। आरोपियों ने तिजोरी को तोड़कर खाली किया। इसके बाद आरोपी बगीची में पहुंचे, जहां पानी की टंकी में जेवर का बैग और जेवर से भरी बोरी को नदी के पास गंदे नाले के समीप कचरे के ढेर में छुपाया। घटना के तीन दिन बाद तक जेवर वहीं पड़े रहे। इसके बाद आरोपी मौके की तलाश में थे, लेकिन पुलिस की सख्ती और सक्रियता के चलते मौका नहीं मिला। इस बीच शुक्रवार की रात करीब 1 बजे आरोपी राकेश मोगिया चुराया हुआ माल निकालने की कोशिश में कार लेकर निकला। इसी दौरान नगर रक्षा समिति के शिवम सोनी, रिजवान अली और पुलिसकर्मी बहादुर मीना ने गश्त के दौरान उसे पकड़ लिया और पूछताछ की। पूछताछ में राकेश टूट गया और उसने सच्चाई बया कर दी, जिसके बाद पुलिस ने टंकी और कचरे के ढेर से जेवर बरामद किए।


About Author
Avatar

Harpreet Kaur