Sammed Shikharji : सकल जैन समाज की ओर से देशभर में सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल घोषित करने पर आज रैली विरोध किया जा रहा है साथ ही सभी प्रतिष्ठान बंद कर शिखरजी को पर्यटन स्थल के बजाए पवित्र स्थल घोषित करने की मांग की जा रही है। आज इंदौर के सभी बड़े एसोसिएशन के साथ जैन समाज के एक-एक इंसान ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे है।
इतना ही नहीं उज्जैन, सागर, बागपत के साथ अन्य जिलों में भी सकल जैन समाज शिखरजी को बचाने के लिए आगे आया है। नगरों में रैली निकालकर विरोध किया जा रहा है। साथ ही समाज के लोग नारेबाजी कर रहे है। कई जगहों पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन कार्यालयों में दिया जा रहा है तो कही रैली निकल कर प्रोटेस्ट किया जा रहा है।
दरअसल, सम्मेद शिखर जैन समाज के लिए पवित्र स्थल है लेकिन इसे सरकार ने पर्यटन स्थल घोषित कर दिया है। जिसके बाद सकल जैन समाज पवित्र स्थल को बचाने के लिए निकल पड़ा है। क्योंकि अगर शिखरजी पर्यटक स्थल बन गया तो वहां की पवित्रता नष्ट हो जायेगी। इसको बचाने के लिए जैन समाज ने मिल कर 26 दिसंबर तक सरकार से वापस तीर्थ स्थल घोषित करने की मांग की गई है।
जैन समाज के लोगों का कहना है कि सम्मेद शिखर पर समाज के वीस तीर्थकर व अन्नता अन्नत मुनिराज तपस्या के बाद मोक्ष गए थे। ऐसे में हम इसे नष्ट नहीं होने देंगे हम शिखरजी को बचा कर रहेंगे। आज इंदौर, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन, सागर, नर्मदापुरम, खंडवा के अलावा प्रदेश के दूसरे जिलों में भी बंद बुलाया गया है।
यह है पूरा मामला –
श्री सम्मेद शिखर जी जैन धर्म के पवित्र तीर्थस्थलों में से एक है। यहां 24 में से 20 तीर्थंकर भगवान और महामुनिराजों ने तपस्या कर निर्वाण प्राप्त किया है। लेकिन अब इस पवित्र स्थल को झारखंड सरकार ने टूरिज्म स्पॉट बनाने के लिए प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा है। जिसको लेकर सकल जैन समाज विरोध में आ गया है।
कमलनाथ ने लिखा झारखंड के CM को लेटर –
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी लेटर लिखा है। उन्होंने अपने लेटर में लिखा है कि सम्मेद शिखर जी से जैन समाज की अटूट आस्था जुड़ी हुई है। सरकार के इस फैसले से तीर्थ स्थल की स्वतंत्र, धार्मिक पहचान और पवित्रता नष्ट होने की संभावना है। फैसले पर पुनर्विचार करते हुए निर्णय को वापस लें।
उज्जैन में विरोध रैली –
जैन समाज के शाश्वत तीर्थ श्री सम्मेद शिखर जी को पर्यटन स्थल घोषित करने के विरोध में सकल जैन समाज उज्जैन के नेतृत्व में 21 दिसंबर को उज्जैन बंद का आह्वान किया है। ऐसे में आज सभी जैनों ने अपने प्रतिष्ठान बंद कर दिए है। वहीं विरोध रैली में शामिल हो रहे हैं।
इंदौर में प्रतिष्ठान बंद –
इंदौर में आज नई अनाज मंडी एसोसिएशन, जुनी अनाज मंडी एसोसिएशन, होलसेल किराना मर्चेंट एसोसिएशन, मसाला एसोसिएशन के साथ कई एसोसिएशन ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे हैं। वहीं सकल जैन समाज के लोगों ने स्कूल से छुट्टी, ऑफिस बंद, प्रतिष्ठान बंद रखे हैं। साथ ही विरोध रैली में भी शामिल हो रहे हैं।
बागपत में रैली –
बागपत में रैली निकालकर विरोध किया जा रहा है। रैली में समाज के लोग नारेबाजी करते हुए एसडीएम कार्यालय पहुंचे। यहां ज्ञापन देकर स्थल को पर्यटन स्थल के बजाए पवित्र स्थल घोषित करने की मांग की।
सागर में भी बंद –
सकल जैन समाज ने सागर में भी प्रतिष्ठान बंद रखे है। इसको लेकर जैन युवा महासभा अध्यक्ष अनुराग जैन का कहना है कि सम्मेद शिखर जी को झारखंड सरकार द्वारा पर्यटन स्थल बनाने के निर्णय के विरोध में आज सागर बंद रहेगा। विरोधस्वरूप रैली निकाली जाएगी।