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Sun, Dec 21, 2025

MP News: रतलाम में मिर्ची ने किसानों को रुलाया, नहीं मिल रहे उचित दाम, नाराज किसान ने हरी मिर्च से भरे कट्टे सड़क पर फेंके

Written by:Rishabh Namdev
Published:
Ratlam News: रतलाम में किसानों को उनकी हरी मिर्च की फसल के उचित दाम नहीं मिल रहे हैं। जिसके चलते एक किसान ने हरी मिर्च के कई कट्टे सड़क पर फेंक दिए। इस दृश्य का एक वीडियो किसी ने बना लिया और उसे सोशल मीडिया पर साझा कर दिया।
MP News: रतलाम में मिर्ची ने किसानों को रुलाया, नहीं मिल रहे उचित दाम, नाराज किसान ने हरी मिर्च से भरे कट्टे सड़क पर फेंके

MP News: प्याज और लहसुन के बाद अब हरी मिर्च ने भी किसानों को रुला दिया है। दरअसल रतलाम में किसानों को उनकी हरी मिर्च की फसल के उचित दाम नहीं मिल रहे हैं। निराश किसानों ने अपनी हरी मिर्च से भरे ट्रक को सड़क पर फेंक दिया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि किसानों को हरी मिर्च के लिए केवल 6 से 7 रुपये प्रति किलो का भाव मिल रहा है, जबकि बाजार में मिर्च 30 से 40 रुपये प्रति किलो बिक रही है।

किसान ने हरी मिर्च के कई कट्टे सड़क पर फेंक दिए:

दरअसल यह वीडियो रतलाम के परशुराम विहार कॉलोनी का है। कल दोपहर बाद एक किसान ने हरी मिर्च के कई कट्टे सड़क पर फेंक दिए। इस दृश्य का एक वीडियो किसी ने बना लिया और उसे सोशल मीडिया पर साझा कर दिया। वीडियो में दिखाया गया है कि किस प्रकार किसान अपनी फसल को लेकर हताश और निराश हैं। मंडी में थोक व्यापारी हरी मिर्च को 6 से 7 रुपये प्रति किलो के भाव से खरीद रहे हैं, जबकि खुदरा बाजार में इसकी कीमत 30 से 40 रुपये प्रति किलो तक है।

थोक भाव आज 10 से 12 रुपये प्रति किलो:

मंडी व्यापारी लाला सब्जीफरोस ने बताया कि मिर्च का थोक भाव आज 10 से 12 रुपये प्रति किलो है। हालांकि, यह कीमत भी किसानों के लिए संतोषजनक नहीं है। इससे पहले मध्य प्रदेश में प्याज और लहसुन के उचित भाव न मिलने के कारण किसानों ने अपनी फसल फेंक दी थी। अब रतलाम में हरी मिर्च की भी वही स्थिति हो गई है, जिससे किसानों का दुख और हताशा साफ झलक रही है।

प्रशासन से उचित दाम दिलाने की मांग कर रहे किसान:

रतलाम के किसान सरकार और प्रशासन से उचित दाम दिलाने की मांग कर रहे हैं ताकि उनकी मेहनत का सही मूल्य मिल सके। इस प्रकार की घटनाएं कृषि क्षेत्र में गंभीर समस्याओं की ओर इशारा करती हैं और किसानों की स्थिति पर ध्यान देने की जरूरत है। प्रशासन को चाहिए कि वह इस समस्या का समाधान निकालने के लिए तत्काल कदम उठाए ताकि किसानों को उनकी फसलों का उचित मूल्य मिल सके और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके।