रतलाम, डेस्क रिपोर्ट। जिले में पिछले कई महीनों से किसान खाद लेने के लिए सुबह से शाम तक लाइन में खड़े रहते थे लेकिन उनको खाद बड़ी कठिनाइयों के बाद मिलता था यह भी बता दें कि किसान को जो खाद मिलता वह उसकी भूमि से कम ही मिलता था। लेकिन रतलाम से एक मामला सामने आ रहा हैं जहाँ किसान के पास खेती करने के लिए जमीन ही नहीं उसको सैकड़ो बोरी खाद दे दिया गया।
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हम आपको बता दें कि कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने जब जिले में खाद की कालाबाजारी को रोकने के लिए खाद खरीदने वाले किसानों का भौतिक सत्यापन कराया तब पता चला कि नामली सोसाइटी में कृषक लक्ष्मण को 10 बोरी यूरिया खरीदने की पात्रता से अधिक 110 बोरी यूरिया खाद जारी कर दिया गया। वहीं, शांतिलाल और मनोहर सिंह नाम के किसान को 50-50 बोरी यूरिया जारी किया गया। जबकि इन किसानों के पास खेती करने के लिए जमीन ही नहीं है। साथ ही लुनेरा सहकारी सोसाइटी में भौतिक सत्यापन के दौरान पता चला कि बगदीराम नाम के किसान को 50 बोरी यूरिया जारी किया गया है जबकि उसके नाम पर कोई कृषि जमीन ही नहीं है। बाजना में भी खाद के निजी डीलर द्वारा मध्य प्रदेश के किसानों के लिए आवंटित किया गया था आज राजस्थान में बेचने का मामला सामने आने के बाद श्री सिद्धि गिरिराज ट्रेडर्स के संचालक पर केस दर्ज करवाया गया है।
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गौरतलब है कि जिले में खाद की कालाबाजारी रोकने के लिए कलेक्टर द्वारा आदेश जारी किए गए उसके बाद भी अधिक मात्रा में खाद खरीदने वाले किसानों और व्यापारियों का भौतिक सत्यापन किया जा रहा है। जिसमें खाद की कालाबाजारी को लेकर बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद संबंधित सहकारी समितियों के प्रबंधन पर कार्रवाई की जाएगी।