The bride and groom sit on dharna in the police station : शादी किसी के भी जीवन के सबसे महत्वपूर्ण अवसर में से एक होता है। लेकिन शादी की रात दूल्हा दुल्हन अगर मंडप की जगह थाने में नजर आए तो भला आपकी क्या प्रतिक्रिया होगी। जाहिर सी बात है कोई ऐसी घटना होगी, जिस वजह से फेरे लेने की बजाय दूल्हा दुल्हन घराती बाराती थाने पहुंच जाएं।
थाने में और वो भी धरने पर…जी हां ऐसा ही कुछ हुआ रतलाम में। दरअसल ये लोग पुलिस से पुलिस की ही शिकायत करने गए थे। रतलाम के रेलवे कॉलोनी क्षेत्र में अजय सोलंकी और सीमा की शादी हो रही थी। वेन्यू एक एक मैरिज गार्डन था और जाहिर है शादी की धूमधाम में काफी शोर भी हो रहा था। इसमें डीजे की आवाज़ भी शामिल थी। उसी दौरान औद्योगिक थाने की चीता फोर्स के दो जवान शोभाराम और पंकज उस स्थान से गुजरे। जब उन्होने डीजे की इतनी तेज आवाज सुनी तो शादी की जगह जा पहुंचे और डीजे बंद कराने को कहा। इस बात को लेकर वहां मौजूद लोगों से उनकी बहस हो गई।
इसके बाद तो शादी का माहौल ही बिगड़ गया। अपनी शादी में पड़े इस ख़लल से नाराज़ दूल्हा दुल्हन परिवार के साथ मामले की शिकायत करने पुलिस थाने जा पहुंचे। पहले ये लोग जीआरपी चौकी पर पहुंचे जहां से उन्हें औद्योगिक थाने भेज दिया गया यहां दूल्हा दुल्हन अपने परिवार के साथ थाना परिसर में धरने पर बैठ गए। इनका आरोप था कि पुलिसकर्मियों ने शादी समारोह में मौजूद महिलाओं के साथ बदसलूकी की। इनका ये भी आरोप था कि दोनों पुलिसकर्मी औद्योगिक क्षेत्र के हैं और उनका रेलवे क्षेत्र है। ऐसे में वो किसी अन्य क्षेत्र में कैसे आ गए। धरने पर बैठे दूल्हा दुल्हन इस बात पर अड़े थे कि जब तक दोनों पुलिसवालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी, वो फेरे नहीं लेंगे। उनका कहना था कि उनकी शादी के इस बेहद अहम मौके को उन पुलिसकर्मियों ने खराब कर दिया। इस तरह करीब तीन घंटे बीच गए और वो थाना परिसर में बैठे रहे। आखिर पुलिस अधिकारियों की काफी समझाइश के बाद रात करीब दो बजे वो वापस लौटने और शादी की रस्में पूरी करने के लिए राज़ी हुए।