रतलाम, डेस्क रिपोर्ट। रतलाम में डी जे बंद करवाना पुलिस के लिए मुसीबत का सबब बन गया, डी जे बंद करवाने से नाराज दूल्हा थाने ही पहुँच गया और उसने जिद पकड़ ली कि जब तक उसकी बारात में डी जे नहीं बजाए जाने की परमिशन नहीं मिलेगी तब तक वह थाने में ही बैठा रहेगा, दूल्हे पूरी बारात समेत थाने में धरना देकर बैठ गया, उसे मनाने पहले थाने का स्टाफ आया लेकिन दूल्हे राजा अपनी जिद से टस से मस नहीं हुए, उसके बाद खुद टीआई थाने पहुंचे लेकिन दूल्हा मानने को तैयार ही नहीं हुआ, आखिरकार ASP के मान-मनौव्वल और अन्य अफसरों की समझाइश के बाद रात में डीजे बुलवाया गया। इसके बाद दूल्हे को बारात समेत रवाना किया गया।
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बताया जा रहा है कि होमगार्ड कॉलोनी में शनिवार रात सुनील पुत्र बदिया कटारा की शादी थी। इसी दौरान बारात दुल्हन के घर के लिए निकली, दूल्हा घोड़ी पर बैठा। जुलूस में डीजे भी बज रहा था। इसी बीच, पुलिसकर्मियों ने ये कहते हुए डीजे बंद करवा दिया कि आसपास पुलिस अफसरों के निवास हैं। यहां तेज आवाज में डीजे बजाने की अनुमति नहीं है। इसी बात पर दूल्हा सुनील भड़क गया। बारातियों का कहना था कि गरीब को नियम बताकर डीजे बंद करवा दिया, जबकि बाजार और मैरिज गार्डन में रात को बैंड बाजे के साथ बारात निकलती है, तब कार्रवाई नहीं होती। वह बारात और घोड़ी लेकर थाने पहुंच गया। थाने में भीड़ लग गई। यहां टीआई समेत दूसरे अफसरों ने भी दूल्हे को समझाया, लेकिन उसने एक नहीं सुनी। काफी देर तक हंगामा चलता रहा। आखिरकार एएसपी इंद्रजीत बाकलवार ने हस्तक्षेप किया। उन्होंने रात 11:30 बजे दोबारा डीजे बुलवा कर कम आवाज में बारात निकालने को कहा। इसके बाद रात 12 बजे दूल्हे के साथ बारात वापस होमगार्ड कॉलोनी पहुंची। जानकारी मिलने पर सीएसपी हेमंत चौहान भी थाने पहुंचे। सीएसपी का कहना था कि रात 10 बजे डीजे बंद करवाने के निर्देश दिए थे। किसी विशेष स्थान बताकर कार्रवाई के लिए नहीं कहा था। हालांकि यह बात समझ से परे थी कि जब 10 बजे नियमानुसार डीजे बंद करवाए जाने का नियम है तो फिर भला इतनी रात दुबारा डीजे के साथ बारात निकाले जाने की परमिशन आखिर कैसे दे दी गई।