राजस्व मंत्री राजपूत का बयान, आरटीओ चेक पोस्ट खत्म करने को लेकर विधिक राय ली जा रही

Gaurav Sharma
Updated on -

इंदौर, डेस्क रिपोर्ट। केंद्र सरकार की ओर से मिले निर्देश के बाद प्रदेश के आरटीओ चेक पोस्ट खत्म करने को लेकर विधिक राय ली जा रही है, जल्द ही इसे लेकर कोई निर्णय लिया जाएगा, यह कहना है प्रदेश के परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत का। आपको बता दें परिवहन मंत्री एक दिवसीय प्रवास पर इंदौर आए हुए हैं जहाँ उन्होने मीडिया से चर्चा कि। चर्चा में राजपूत ने बताया है कि 15 साल पुराने वाहनों को लेकर भी जल्द ही एक स्पष्ट नीति बनाई जाएगी।

राजस्व मंत्री राजपूत का बयान, आरटीओ चेक पोस्ट खत्म करने को लेकर विधिक राय ली जा रही

यह भी पढ़ें…Indore News : जीएसटी विभाग की बड़ी कार्रवाई, रेडीमेड कारोबार में मचा हड़कम्प

दरअसल, प्रदेश के परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत निजी कार्य से एक दिवसीय प्रवास पर इंदौर आये थे। इस दौरान उन्होंने मीडिया से चर्चा करते हुए बताया कि केंद्र सरकार ने सभी आरटीओ चेक पोस्ट खत्म करने के निर्देश दिए है, इसे लेकर प्रदेश सरकार विधिक राय ले रही है। विधिक राय के बाद ही इस विषय मे कोई निर्णय लिया जाएगा। अभी हाल ही में केंद्र सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों के साथ ही ऐसे निजी कंपनियों के कर्मचारी जिनके चार राज्यों में कर्यालय है उनके वाहनों के लिए बी एच सीरीज (BH Series) जारी करने का निर्णय लिया है। जब इस तरह का प्रस्ताव लेन की बात मीडिया ने परिबवाहन मंत्री से पूछी तो उनका कहना था कि, प्रदेश सरकार ने इस दिशा में अब तक कोई कदम नही उठाया है, ना ही उन्हें अभी तक इस संबंध में पत्र नही मिला है। केंद्रीय परिवहन मंत्रालय का पत्र मिलने पर इस बारे में विचार किया जाएगा। अपने बयान में राजपूत ने यह भी बताया कि सरकार 15 वर्ष पुराने वाहनों को सड़क से बाहर करने के बारे में भी स्पष्ट नीति पर काम कर रही है।


About Author
Gaurav Sharma

Gaurav Sharma

पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

Other Latest News