Rewa News: सीएम मोहन यादव ने सीईओ जनपद त्योंथर और एसडीओ पीएचई त्योंथर के निलंबन के आदेश किए जारी, की बोरवेल को ढ़क कर रखने की अपील

सीएम डॉ. मोहन यादव ने पीड़ित बच्चे के परिजनों को रेडक्रॉस की ओर से 4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान करने की बात कही है।

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Rewa News: मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव ने रीवा जिले के मनिका गांव में बोरवेल में गिरने से बच्चे के निधन पर संवेदना प्रकट की है। इस दौरान उन्होंने दिवंगत आत्मा को शांति की कामना के साथ ही जवाबदेही तय करने वाले अधिकारियों को निलंबित करने का निर्देश दिया है। साथ ही उन्होंने परिजनों को आर्थिक सहायता देने का भी ऐलान किया है। इस बात की जानकारी उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल X पर पोस्ट शेयर करते हुए दी है।

अधिकारियों के निलंबन का दिया निर्देश

सीएम मोहन यादव ने X पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि इस मामले में जवाबदेही तय करते हुए सीईओ जनपद त्योंथर और एसडीओ पीएचई त्योंथर को निलंबित करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा उन्होंने अनुरोध करते हुए कहा कि बोरवेल को ढंक कर रखें, जिससे इस तरह की घटनाओं भविष्य में रोका जा सके।

आर्थिक सहायता देने का किया ऐलान

इसके अलावा सीएम डॉ. मोहन यादव ने पीड़ित बच्चे के परिजनों को रेडक्रॉस की ओर से 4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान करने की बात कही है। इसके साथ ही उन्होंने पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि दु:ख की इस घड़ी में मध्य प्रदेश सरकार परिजनों के साथ खड़ा है।

45 घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन

बता दें कि मामला बीते शुक्रवार का है, जहां जिले के मनिका गांव में रहने वाले विजय आदिवासी का 6 वर्षीय पुत्र 160 फीट गहरे खुले बोरवेल में जा गिरा। जिसकी सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची, जिसके बाद एनडीए आर और एसडीआरएफ की टीमों ने बचाव कार्य शुरू किया। हालांकि, 45 घंटे चली लंबे रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद बच्चे को टीम बचा नहीं पाई।


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Shashank Baranwal

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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है– खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालो मैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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