कांग्रेस ने मंगलवार को रीवा में न्याय सत्याग्रह आंदोलन किया। यहां नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने रीवा में अराजकता, स्थानीय भाजपा नेताओं द्वारा कांग्रेस विधायकों पर लगाए गए फर्जी मुकदमे, प्रशासन की मनमानी, किसानों की बदतर हालत, महिलाओं की असुरक्षा और क्षेत्र की व्यापक अव्यवस्थाओं का आरोप लगाते हुए प्रदेश सरकार पर निशाना साधा।
उमंग सिंघार ने कहा कि यह न्याय सत्याग्रह आंदोलन प्रदेश की जनता की आवाज़ को बुलंद करने, लोकतंत्र की रक्षा और न्याय दिलाने के लिए है। उन्होंने कहा की भाजपा की तानाशाही और अन्यायपूर्ण नीतियों के खिलाफ उनकी लड़ाई जारी रहेगी जब तक कि प्रदेशवासियों को पूरा इंसाफ नहीं मिलता और सच्चाई की जीत सुनिश्चित नहीं होती।
कांग्रेस का न्याय सत्याग्रह, उमंग सिंघार ने सरकार पर साधा निशाना
रीवा के पद्मधर सिंह पार्क में कांग्रेस द्वारा आयोजित न्याय सत्याग्रह आंदोलन में अन्य कांग्रेस नेताओं के साथ प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने भी हिस्सा लिया। इसके बाद आयोजित प्रेसवार्ता में उन्होंने सरकार को कई मुद्दों पर घेरा। उन्होंने कहा कि सरकार आदिवासियों को वन भूमि के पट्टे देने के प्रति गंभीर नहीं है। सिंघार ने कहा कि ‘हमने ने सदन में इस प्रक्रिया में एडवांस्ड टेक्नोलॉजी के उपयोग का सुझाव दिया था, जिसे सरकार ने स्वीकार तो किया लेकिन अमल नहीं किया। रीवा समेत पूरे प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। हत्या, बलात्कार, ड्रग्स तस्करी और दलित व आदिवासियों पर अत्याचार की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं।’
कहा ‘गिरगिट की तरह रंग बदलती है सरकार’
नेता प्रतिपक्ष ने प्रदेश सरकार के दोहरे रवैये का आरोप लगाया और कहा कि कांग्रेस ने सदन में ओबीसी आरक्षण, किसानों के खाद संकट और अन्य सामाजिक मुद्दों को मजबूती से उठाया..लेकिन सरकार गिरगिट की तरह रंग बदलती रही और जनता की समस्याओं से आंखें मूंदे रही। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में किसानों को खाद नहीं मिल रही है, कालाबाजारी जारी है और सरकार इन मुद्दों पर गंभीर नजर नहीं आ रही है।
नशे के मुद्दे पर उपमुख्यमंत्री को घेरा
उन्होंने उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला पर भी निशाना साधा और पूछा कि रीवा में कोरेक्स और अवैध नशे का कलंक आज तक क्यों नहीं मिट पाया है। उमंग सिंघार ने उपमुख्यमंत्री से सवाल किया कि वे अपने ही शहर को नशामुक्त क्यों नहीं बना पाए और क्या नशे के कारोबारियों को भाजपा का संरक्षण प्राप्त है? उन्होंने सवाल किया कि प्रदेश के युवाओं को नशे की दलदल में धकेलने की जिम्मेदारी कौन लेगा। इस तरह कांग्रेस नेता ने सरकार को कई मुद्दों पर घेरते हुए जवाबदेही तय करने की मांग की है।
सरकार आदिवासियों को वन भूमि के पट्टे देने के प्रति गंभीर नहीं है।
-हमने सदन में यह मुद्दा उठाते हुए सुझाव दिया कि इस प्रक्रिया में एडवांस्ड टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाए। सरकार ने हमारे सुझाव को स्वीकार तो कर लिया, लेकिन कहना और करना- दोनों में फर्क साफ दिखता है।
-रीवा सहित पूरे… pic.twitter.com/W5TcckReRY— Umang Singhar (@UmangSinghar) August 12, 2025
प्रदेश सरकार के दोहरे रवैये पर हमने सदन में उठाई आवाज़।
– हमने सदन में प्रदेश के मुद्दों को मजबूती से उठाया।
– सदन में हमने OBC आरक्षण की चर्चा की, लेकिन सरकार OBC वर्ग के साथ न्याय नहीं करना चाहती, बल्कि गिरगिट की तरह रंग बदलती रहती है।
– किसानों के मुद्दे पर प्रदेश के मंत्री… pic.twitter.com/pnIjBWlO8m— Umang Singhar (@UmangSinghar) August 12, 2025
रीवा पर लगा कोरेक्स और अवैध नशे का कलंक आज तक नहीं मिट पाया है!
– उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल जी से मेरा सवाल है – आप रीवा के निवासी और जनप्रतिनिधि हैं, तो अपने ही शहर को नशामुक्त क्यों नहीं बना पाए?
– जिस रीवा से आप जीतते हैं, वही ज़िला आज नशे की चपेट में क्यों है?
– क्या… pic.twitter.com/MBxeYyhyzx
— Umang Singhar (@UmangSinghar) August 12, 2025





