क्या आपने खाई है MP की गुड़ वाली जलेबी, पीढ़ियों से परोसा जा रहा बेहतरीन स्वाद

खाने-पीने के शौकीन लोगों को जलेबी खाने में ज्यादा दिलचस्पी रखते हैं। कई स्थानों पर दही-जलेबी, पोहा-जलेबी आदि खाना पसंद करते हैं।

Sanjucta Pandit
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MP’s Jaggery Jalebi : जलेबी खाने का एक अलग ही मजा होता है। इसकी मिठास और खास फ्लेवर इसे अनोखा और लाजवाब बनाता है। खाने-पीने के शौकीन लोगों को जलेबी खाने में ज्यादा दिलचस्पी रखते हैं। कई स्थानों पर दही-जलेबी, पोहा-जलेबी आदि खाना पसंद करते हैं। अक्सर हम सभी ने चीनी वाली जलेबी खाई होगी लेकिन क्या आपने कभी मध्य प्रदेश के रीवा जिले में मिलने वाली गुड़ की जलेबी। यदि नहीं, तो आपको वहां जाकर जरूर इसका स्वाद चखना चाहिए।

क्या आपने खाई है MP की गुड़ वाली जलेबी, पीढ़ियों से परोसा जा रहा बेहतरीन स्वाद

पीढ़ियों से परोसा जा रहा बेहतरीन स्वाद

बता दें कि यहां पीढ़ियों से बेहतरीन स्वाद परोसा जा रहा है। रीवा के खुटेही से लेकर अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय स्टेडियम तक गुड़ की जलेबी के स्टॉल काफी ज्यादा प्रसिद्ध हैं। जिनका नाम सुनते ही स्थानीय लोगों के मुंह में पानी आ जाता है। यहां स्थानीय व्यापारियों द्वारा पीढ़ियों से यह काम किया जा रहा है, जिससे उनके परिवार का भरण-पोषण होता है। यहां हर समय ग्राहकों की भीड़ लगी रहती है। अब यह केवल रीवा ही नहीं बल्कि भारत के अलग-अलग शहरों में भी फेमस हो चुका है। वहीं, सर्दी के मौसम गुड़ वाली जलेबी की बिक्री बढ़ जाती है और दुकानदारों को मोटा मुनाफा होता है।

ऐसे बनाई जाती है गुड़ वाली जलेबी

  • सबसे पहले पानी और गुड़ को मिलाकर एक चाशनी तैयार करें।
  • जिसके बाद इसमें इलायची पाउडर डालें।
  • फिर मैदा, सूजी, दही और बेकिंग पाउडर को मिलाकर एक स्मूथ बेटर बनाएं।
  • अब एक बड़ी सी कड़ाही में तेल डालें और उसे अच्छे से गर्म करें।
  • अब तैयार किए गए बेटर को जलेबी का आकार बनाएं।
  • अब तली हुई जलेबियां चाशनी में 5-10 मिनट तक भिगोएं।

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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है। पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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