Mauganj News: मऊगंज दुर्घटना को लेकर सीएम मोहन यादव ने दुःख व्यक्त किया है। हिंसा में जान गँवाने वाले एएसआई रामचरण गौतम को शहीद का दर्जा देने का ऐलान किया है। परिजनों को सरकार की ओर से एक करोड़ रुपये की सहायता राशि भी प्रदान की जाएगी। इतना ही नहीं पात्र उत्तराधिकारिक को शासकीय सेवाओं में भी शामिल किया जाएगा।
सोशल मीडिया “X” पर सीएम मोहन यादव (CM Mohan Yadav) ने कहा, “मऊगंज के शहापुर थाना क्षेत्र के गड़का गाँव में कर्तव्य पालन के दौरान प्राणों की आहुति देने वाले एएसआई (25वीं बटालियन) स्वर्गीय रामचरण गौतम को शहीद का दर्जा दिया जाएगा। आश्रितों को एक करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता राशि और पात्र उत्तराधिकारी को शासकीय सेवा में लिया जाएगा।” उन्होनें आगे कहा, “एमपी सरकार हमेशा अपने वीर सपूतों के लिए नत-मस्तक है।”

मऊगंज जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र के गड़रा गांव में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना में कर्तव्य निर्वहन के दौरान अपने प्राणों का उत्सर्ग करने वाले एएसआई श्री रामचरण गौतम को शहीद का दर्जा दिया जाएगा।
इसी के साथ आश्रितों को एक करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता राशि और पात्र उत्तराधिकारी को… pic.twitter.com/w31kOyEqwd
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) March 16, 2025
क्या है मामला?
दो महीने पहले हुए एक सड़क हादसे में आदिवासी युवक की मौत हो गई थी। इस मामले की जांच भी खत्म हो चुकी थी। परिजनों के सनि नामक एक युवक को दुर्घटना का जिम्मेदार बताया। उसे बंधक बनाकर ले आयें और पीटकर मार डाला। शनिवार को युवक को छुड़ाने पुलिस की टीम पहुंची। लेकिन इस दौरान आदिवासी समुदाय के कुछ लोगों ने पुलिसकर्मियों पर पथराव किया। धरधार हथियार से हमला भी किया है। कई पुलिसकर्मी घायल हुए। हिंसक झड़प के बीच एएसआई की जान चली गई।
डीजीपी कैलाश मकवाना भी मऊगंज पहुंचे, जांच जारी
सीएम मोहन यादव ने इस मामले का संज्ञान लिया। अधिकारियों को सख्त निर्देश गए। डीआईजी रीवा, मऊगंज एसपी और अन्य अधिकारियों द्वारा धारा 163 लागू कर स्थिति पर काबू पाया गया। डीजीपी कैलाश मकवाना भी घटनास्थल पहुंचे। अलग-अलग एंगल से मामले की जांच जारी है। मुख्यमंत्री ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश भी दिया है।