मंदसौर, राकेश धनोतिया। निवेशकों से करोड़ों रुपए की उगाही करने और उन्हें कम समय में धन दोगुना करने और एजेंटों को अच्छे कमीशन का लालच देकर पैसा जमा कराने वाली कंपनी सहारा इंडिया (Sahara India) के खिलाफ मंदसौर के एक एजेंट ने दस करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। FIR में सहारा इंडिया (Sahara India) के चेयरमेन सुब्रत राय सहारा सहित कंपनी के कई अधिकारियों के नाम है।
जानकारी के मुताबिक मंदसौर में सहारा इंडिया (Sahara India) कंपनी लगभग 1982 से काम कर रही है और लंबे समय तक यहां के जमा कर्ताओं से धन उगाही और ज्यादा ब्याज देने के आकर्षण के कारण इस कंपनी से सैकड़ों एजेंट जुड़ गए और यहां से करोड़ों रुपए कंपनी ने इकट्ठा किए कुछ समय तक कंपनी समय-समय पर लेनदेन करती रही और निवेशकों का धन भी समय पर देती रही लेकिन एक समय ऐसा आया जब कंपनी की निवेश योजनाओं में यहां के हजारों निवेशकों ने करोड़ों रुपए जमा कर दिए और कंपनी ने पैसे देने से ही मना कर दिया।
सहारा इंडिया के निवेशक अपने जमा पूंजी को लेने के लिए सहारा इंडिया (Sahara India) कार्यालय के चक्कर काटते रहे लेकिन उन्हें लगातार टालमटोल किया जाता रहा। जमाकर्ताओं ने पुलिस अधीक्षक कलेक्टर के वहां भी शिकायत की और यहां तक कि जमाकर्ता उपभोक्ता फोरम भी गए वहां से भी अवार्ड पास होने के बाद भी कंपनी ने भुगतान देने में आनाकानी की । समय पर भुगतान न होने के कारण कई एजेंट के सामने आत्महत्या करने जैसी स्थिति बन गई। कई एजेंट अपना घरबार छोड़कर दूर चले चले गए कंपनी से लंबे समय तक जुड़े हुए एजेंट अब कोई रोजगार ना होने के कारण बेरोजगार घूम रहे हैं और उनके सामने भुखमरी की स्थिति पैदा हो गई है। कंपनी ना उन्हें कमीशन दे रही है ना ही जमाकर्ताओं का भुगतान कर रही है।
सहारा इंडिया (Sahara India) में पिछले 25 सालों से अपना और खुद का और अपने अन्य परिचितों का करोड़ों रुपए निवेश कर चुके कंपनी के एजेंट नरेंद्र धनोतिया ने परेशान होकर आखिरकार सिटी कोतवाली पुलिस में कंपनी के कर्ताधर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा दी। कंपनी के एजेंट रहे नरेंद्र धनोतिया ने आरोप लगाया की सहारा इंडिया (Sahara India) कंपनी ने मंदसौर में सहारा सिटी होम्स की योजना भी बनाई थी इसके लिए हाईवे पर जमीन भी खरीदी थी लेकिन किसी कारण जब सहारा सिटी होम्स का प्रोजेक्ट नहीं बन पाया तो यह बेशकीमती करोड़ों रुपए की जमीन कंपनी के कुछ लोगों ने औने पौने दामों में मंदसौर के भूमाफियाओं को बेच दी, उस समय भी मैंने कंपनी स्तर तक आवाज उठाई थी कि यह जमीन बेशकीमती है इसको कौड़ियों के दाम मत बेचो लेकिन कंपनी के किसी अधिकारी ने नहीं सुनी।
इधर निवेशकों का समय पूरा होने पर भी कंपनी द्वारा पैसा नहीं लौटाया जा रहा था कई बार कंपनी के प्रबंधकों से भी विनती की लेकिन किसी ने नहीं सुनी। आखिरकार नरेंद्र धनोतिया ने सहारा इंडिया कंपनी के चेयरमैन सुब्रत राय सहारा, सहारा के रीजनल मैनेजर एमपी सिंह, सहारा के तत्कालीन प्रबंधक, तत्कालीन एरिया मैनेजर और सहारा की जमीन को औने पौने दामों में बेचने वाले भोपाल निवासी शैलेंद्र दुबे के खिलाफ सिटी कोतवाली पुलिस थाने में धारा 420, 406, 409, 120बी और मध्य प्रदेश निक्षेपको के हितों का संरक्षण अधिनियम 2000 की धारा 6(1) के तहत मामला दर्ज करवा दिया। नरेंद्र धनोतिया ने बताया कि जिन खातों की समय अवधि पूरी हो चुकी है उनकी राशि लगभग 10 करोड रुपए हैं।