मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस के रूप में संजीव सचदेवा को चुना गया है। केंद्र सरकार ने सोमवार को नियुक्ति को लेकर अधिसूचना जारी कर दी है। बता दें कि चीफ जस्टिस सुरेश कुमार के रिटायर हो जाने के बाद अब तक जस्टिस संजीव सचदेवा एक्टिंग चीफ जस्टिस के रूप में कार्यरत थे। वहीं मध्य प्रदेश हाई कोर्ट को केंद्र सरकार की ओर से एक और जज दिया गया है। अब मध्य प्रदेश में जस्टिस विवेक कुमार सिंह की नियुक्ति की गई है।
जानकारी दे दें कि जस्टिस विवेक कुमार सिंह फिलहाल मद्रास हाई कोर्ट में है। लेकिन अब उन्हें मध्य प्रदेश में जबलपुर हाईकोर्ट की कमान सौंपी गई है। वहीं जस्टिस विवेक कुमार सिंह के ट्रांसफर के चलते अब मध्य प्रदेश हाई कोर्ट में कुल जजों की संख्या बढ़कर 34 पहुंच गई है।
जानिए जस्टिस संजीव सचदेवा का सफर
वहीं चीफ जस्टिस संजीव सचदेवा के सफर की बात की जाए तो उन्होंने दिल्ली से वाणिज्यिक में स्नानतक की डिग्री प्राप्त की है। बता दें कि न्यायमूर्ति सचदेवा का जन्म 26 दिसंबर 1964 को दिल्ली में हुआ था। दरअसल 1 अगस्त 1988 को दिल्ली बार काउंसिल में संजीव सचदेवा को अधिवक्ता के रूप में नामांकित किया गया था। जून 1995 में संजीव सचदेवा ने सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट ऑन रिपोर्ट के रूप में योग्यता हासिल की थी। उन्होंने दिल्ली, रांची, आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट समेत अन्य शहरों के वकीलों को वकीलात के गुण सिखाए।
दिल्ली हाई कोर्ट के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया
जानकारी दे दें कि दिल्ली में 1988 में बार काउंसलिंग ने पहली बार वकील के रूप में नामांकित किया। उन्होंने लगभग 20 वर्षों तक दिल्ली हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के लिए बार काउंसलिंग ऑफ़ इंडिया के स्थाई वकील के तौर पर कार्य किया। जानकारी के मुताबिक संजीव सचदेवा को 17 अप्रैल 2013 को दिल्ली हाई कोर्ट के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। हालांकि इसके बाद उन्हें 2015 में स्थाई न्यायाधीश के तौर पर नियुक्त किया गया। वहीं अब सोमवार को राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू ने आदेश जारी करते हुए मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया है।





