सतना| मध्य प्रदेश के चित्रकूट से अपह्रत पांच वर्षीय जुड़वा भाइयों की हत्या के बाद सियासत तेज हो गई है| मामला राजनीतिक तूल पकड़ रहा है और एक दूसरे पर छींटाकसी जमकर हो रही है| अपने जुड़वा बच्चों को खोने के बाद दुखी पिता ने प्रधानमंत्री मोदी से न्याय की गुहार लगाई है| मीडिया के सामने आये पिता ने कहा मेरा सबकुछ लुट चुका है, मुझे राजनीति नहीं सिर्फ न्याय चाहिए| उन्होंने पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाते हुए लापरवाही के आरोप लगाए हैं| उन्होंने पीएम मोदी से मामले की उच्च स्तरीय जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस हत्याकांड का अब तक पूरी तरह से खुलासा नहीं हुआ है। उन्होंने दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
अपने जुड़वां बेटों को गंवाने वाले पीड़ित पिता ब्रजेश रावत ने सतना में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से न्याय की गुहार लगाई है। उन्होंने पुलिस और प्रशासन को कड़घरे में खड़ा किया है| उन्होंने कहा कि 11 दिन तक पुलिस क्या करती रही। पुलिस ने मामले में कोई तत्परता नहीं दिखाई, बच्चे को आरोपी प्रबंधक के घर में रखे रहे। उन्होंने कहा कि आरोपितों के खिलाफ भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। घटना में कई बड़े लोगों का हाथ है। जिसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। पीड़ित पिता का दर्द सामने आया, उन्होंने कहा आरोपितों को संरक्षण दिया गया। आरोपी के पिता और सद्गुरु ट्रस्ट में शिक्षक को पुलिस पकड़कर लाई, लेकिन उसे बिना पूछताछ किए ही छोड़ दिया। उन्होंने कहा कि मुझे न्याय चाहिए, चाहे वह जहां मिले। वहीं अपरहरण और हत्याकांड के मास्टरमाइंड पद्म शुक्ला के पिता रामशरण शुक्ला को संस्कृत महाविद्यालय से निष्कासित कर दिया है। वहीं इस हत्याकांड में शामिल महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय में पढ़ाई करने वाले पांच आरोपी छात्रों को यूनवर्सिटी प्रबंधन ने निष्कासित कर दिया है।
गौरतलब है कि 12 फरवरी को चित्रकूट स्थित सदगुरु पब्लिक स्कूल परिसर से अपह्रत तेल कारोबारी ब्रजेश रावत के जुड़वां बेटों श्रेयांश और प्रियांश की अपहरणकर्ताओं ने 20 लाख रुपये फिरौती लेकर भी निर्मम हत्या कर दी| अपहरणकर्ताओं ने बच्चों को यमुना नदी में जिंदा फेंक दिया। पुलिस ने शनिवार देर रात एक बजे प्रियांश और श्रेयांश (5) के जंजीर से बंधे शव उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के बबेरू के पास नदी से बरामद किए। मामले में छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें से पांच महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के छात्र हैं। एक आरोपित शिक्षक है, जो रावत परिवार के पड़ोस में ट्यूशन पढ़ाता है। अपहरणकर्ताओं ने ब्रजेश रावत से फिरौती के 20 लाख रुपए भी लिए थे, लेकिन पहचाने जाने के डर से बच्चों की हत्या कर दी।