सतना| मध्य प्रदेश के सतना में सामूहिक दुष्कर्म के आरोप में एक साल से जेल में बंद तीन आरोपियों को जिला न्यायालय ने बरी कर दिया| कोर्ट ने शिकायतकर्ता महिला पर झूठी रिपोर्ट दर्ज कराने के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया ओर आरोपियों को दोष मुक्त कर दिया है| महिला ने आरोप लगाया था कि उसका सड़क से अपहरण कर गैंगरेप किया गया था, लेकिन सतना की स्पेशल कोर्ट में 17 महीने चले इस प्रकरण में सारे गवाह और आरोप झूठे साबित हुए।
महिला ने 28 फरवरी 2018 को अपहरण के बाद सामूहिक बलात्कार का मामला सिविल लाइन थाने में दर्ज कराया था| इस मामल में चार में से तीन आरोपी एक साल से जेल में थे। आरोप लगाने वाली महिला न्यायालय में आरोपियों की पहचान ही नहीं कर सकी। इसके बाद अदालत ने सबूत और गवाह के अभाव में रेप के मामले में जेल में बंद तीनों आरोपियों को रिहा कर दिया।
इतना ही नहीं कोर्ट ने उल्टा महिला को अपहरण और गैंग रेप जैसे संगीन मामले में बेकसूर लोगों को फंसाने का दोषी मानते हुए आईपीसी की धारा 182, 193, और 211 के तहत अपराध दर्ज करने के आदेश दिए है।