सतनावासियों के लिए जरूरी खबर, मैहर में रोपवे की सेवा अगले 7 दिनों तक रहेगी बंद

सतना के मैहर में अगले 7 दिनों तक यहां चलने वाली रोपवे की सेवा बंद रहेगी। जिसके कारण दर्शनार्थियों को 1063 सीढियां चढ़कर माता के दर्शन करने होंगे।

Satna News : मध्य प्रदेश के सतना जिले के मैहर शहर में स्थित है। जहां त्रिकूट पर्वत पर मां शारदा का एक प्रसिद्ध मंदिर स्थित है, जिसे शारदा पीठ भी कहा जाता है। बता दें कि मां शारदा को विद्या और ज्ञान की देवी के रूप में जाना जाता है। यहां पर लाखों लोग ध्यान एवं विद्या ग्रहण करने आते हैं। इसके अलावा, यह अपने सुंदर दृश्यों के लिए भी जाना जाता है। केवल इतना ही नहीं, इस पहाड़ पर जाने के लिए रोप-वे की सुविधा भी है जो ज्यादातर भक्तों को खूब पसंद आती है लेकिन अभी यहां आने वाले श्रद्धालुओं को थोड़ी परेशानी झेलनी पड़ सकती है।

सतनावासियों के लिए जरूरी खबर, मैहर में रोपवे की सेवा अगले 7 दिनों तक रहेगी बंद

इस कारण बंद रहेगी रोप-वे

दरअसल, अगले 7 दिनों तक यहां चलने वाली रोपे- वे की सेवा बंद रहेगी। जिसके कारण दर्शनार्थियों को 1063 सीढियां चढ़कर माता के दर्शन करने होंगे। इसका कारण यह है कि यहां पर दामोदर रोप-वे कंपनी द्वारा मेंटेनेंस का कार्य किया जाएगा ताकि नवरात्रि मेला के दौरान किसी भी प्रकार की असुविधा न हो और कोई अप्रिय स्थिति न बने। इसके लिए कंपनी ने सार्वजनिक सूचना जारी कर दी है।

नवरात्रि पर होती है भीड़

मैहर में चैत्र की नवरात्रि में देशभर से लाखों श्रद्धालु त्रिकूट पर्वत पर विराजीं माता शारदा के दर्शन करने मैहर पहुंचते हैं। इस दौरान मैहर में भारी भीड़ होती है और लोग लंबी कतारों में खड़े होकर शारदा माता की दर्शन के लिए इंतजार करते हैं। इसके अलावा, वर्ष भर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। मैहर शारदा पीठ एक धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व वाला स्थान है और यहां देशभर से लोग आते हैं। नवरात्रि के दौरान यहां पर भक्तों की भीड़ और रौशनी देखने लायक होती है। इस अवसर पर मैहर की सड़कें भी श्रद्धालुओं से भर जाती हैं। इसलिए सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए मेंटेनेंस किया जा रहा है।

इन बातों का रखें खास ख्याल

हालांकि, अधिक सीढ़ियों से चढ़ने से पहले आपको अपनी स्वास्थ्य स्थिति का ध्यान रखना चाहिए ताकि आप सुरक्षित रह सकें। अधिकतर लोग दर्शन करने के लिए शारदा पीठ पर ट्रेकिंग से जाते हैं। यहां एक हजार से अधिक सीढ़ियां हैं जिससे ऊपर पहुंचने में लगभग 3 से 4 घंटे का समय लग जाता है। इसलिए चढ़ने से पहले खास ध्यान रखें।