सतना, पुष्पराज सिंह बघेल। जिले में पुलिस की अवैध वसूली इन दिनों जोरों पर है, बीती रात जिले के कोठी थाना क्षेत्र में दो आरक्षक ट्रकों से इंट्री वसूली करते नजर आए, जो सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया, यह सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल होने से मामले को सतना जिले के नवागत एसपी ने संज्ञान में लिया और फुटेज में नजर आ गए पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया ।
दरअसल, सतना कोठी थाने में पदस्थ दो आरक्षक देर रात थाना के पास ही कार में सवार होकर ट्रकों को रोकर एंट्री वसूली करते नजर आए। इन दोनों आरक्षकों की फुटेज पास में ही लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए, जिसके बाद सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया में जमकर वायरल होने लगा, फुटेज वायरल होते सतना के नवागत एसपी ने मामले को संज्ञान में लिया और दोनों आरक्षकों को निलंबित कर दिया। मामले पर सतना एसपी धर्मवीर सिंह ने बताया कि कोठी थाने के दो आरक्षक बिना ड्यूटी के देर रात थाना क्षेत्र के अंतर्गत संदिग्ध परिस्थितियों में उनकी गतिविधियां नज़र आईं है, जिसके चलते प्राथमिक जांच में आरक्षक जितेन्द्र पांडेय और लक्ष्मीकांत को दोषी पाया गया, जो बिना ड्यूटी के सड़को पर घूम घूम कर वाहनों से अवैध वसूली कर रहे थे, दोनों आरक्षकों को निलंबित कर विभागीय जांच के आदेश दिए है।
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Gaurav Sharma
पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।
इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।