ग्वालियर, अतुल सक्सेना। भारतीय जनता पार्टी (BJP) में आने के बाद से राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने ग्वालियर के विकास के लिए गति तेज कर दी है। वे लगातार केंद्रीय मंत्रियों को पत्र लिख रहे हैं। और इस बात के दावे कर रहे हैं कि भाजपा (BJP) में कहीं कोई गुटबाजी नहीं हैं। लेकिन उनके द्वारा नागरिक उड्डयन मंत्री को लिखे एक पत्र के बाद सियासत गरमा गई है।
ग्वालियर में इस समय दो सांसद हैं एक लोकसभा के सांसद विवेक नारायण शेजवलकर (Vivek Narayan Shejwalkar) और दूसरे राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia)। विवेक नारायण शेजवलकर (Vivek Narayan Shejwalkar) अपने निर्वाचन के बाद से ही ग्वालियर के विकास के लिए प्रयत्नशील है और भाजपा में आने के बाद से ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने भी ग्वालियर के विकास को लेकर रुचि और चिंता दिखाई है वे लगातार योजना और मांग से संबंधित केंद्रीय मंत्री को पत्र लिखकर अनुरोध कर रहे हैं। लेकिन उनके एक पत्र के बाद ग्वालियर की सियासत गरमा गई है।
नागरिक उड्डयन मंत्री को पत्र लिखकर सिंधिया ने की ये मांग
दरअसल ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने 10 फरवरी को नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप पुरी (Hardeep Puri) ने एक पत्र लिखकर ग्वालियर के एयरपोर्ट का एक्सटेंशन करने की मांग की है। सिंधिया ने ग्वालियर एयरपोर्ट में यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सुविधाएं बढ़ाने यानि नया टर्मिनल बनाने की मांग की है। सिंधिया ने पत्र में लिखा कि ग्वालियर से दिल्ली, जम्मू, हैदराबाद, कोलकाता, बैंगलोर, अहमदाबाद के लिए फ्लाइट संचालित होती है इसके अलावा मुंबई से भी शीघ्र फ्लाइट शुरू होने वाली है। इसलिए ग्वालियर एयर पोर्ट का विस्तार कर नया टर्मिनल बनाया जाए। सिंधिया ने सुझाव दिया कि इसके लिए एयर पोर्ट से लगी हुई आलू अनुसंधान केंद्र की जमीन ली जा सकती है।
शेजवलकर समर्थकों ने जारी किया एक महीने पहले लिखा पत्र
ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia)का पत्र सामने आने के बाद सांसद विवेक नारायण शेजवलकर (Vivek Narayan Shejwalkar) के समर्थकों को ये बात नागवार गुजरी क्योंकि इस मांग के संबंध में सांसद विवेक शेजवलकर (Vivek Narayan Shejwalkar) पिछले महीने 8 जनवरी को नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप पुरी (Hardeep Puri) को पत्र लिख चुके हैं। सांसद शेजवलकर ने भी ग्वालियर में बढ़ते यात्रियों की संख्या को देखते हुए नया टर्मिनल बनाने की मांग की है इतना ही नहीं उन्होंने आलू अनुसंधान केंद्र की जमीन लेने का भी सुझाव अपने पत्र में दिया है। जैसे ही सिंधिया का पत्र आया सांसद विवेक नारायण शेजवलकर समर्थकों ने शेजवलकर का 8 जनवरी को लिखा पत्र सोशल मीडिया पर जारी कर दिया।
दोनों सांसदों के बीच चल रहा टू डाल डाल मैं पात पात
लोकसभा सांसद विवेक नारायण शेजवलकर (Vivek Narayan Shejwalkar) के पत्र के एक महीने बाद उसी मांग के लिए राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) द्वारा पत्र लिखा जाना इस बात का प्रमाण है कि भाजपा में सिंधिया के आने के बाद से सबकुछ ठीक नहीं चल रहा। ये बात अलग है कि सिंधिया या भाजपा के अन्य बड़े नेता हमेशा गुटबाजी की बात नकारते रहे हैं। लेकिन सिंधिया के ग्वालियर आने पर सिंधिया समर्थकों द्वारा कांग्रेसी तरीके से गर्मजोशी से स्वागत करना और फिर लोकसभा सांसद द्वारा की गई मांग को अपने पत्र के माध्यम से जारी करना ये पार्टी नेताओं के दावों को झूठा साबित करता है।
बहरहाल दोनों सांसदों के बीच जो कुछ चल रहा है उसका प्रमाण ये पत्र है लेकिन अच्छा होगा कि प्रयास कोई भी करे और श्रेय कोई भी ले लेकिन ग्वालियर में विकास की गति जारी रहे। अपना चेहरा चमकाने के लिए ये गति अवरुद्ध ना हो।