कोरोना महामरी के चलते पूरी शासकीय प्रक्रिया के साथ साथ प्रदेश के न्यायालयों की प्रक्रिया भी प्रभावित हुई है। अब तक प्रदेश के जिला न्यायालयों में केवल अतिआवश्यक रिमांड ड्यूटी सम्बन्धी मामलों की सुनवाई ही हो रही थी, लेकिन शनिवार को जबलपुर उच्च न्यायालय के निर्देश पर दीवानी मामलों की सुनवाई वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये प्रदेश में शुरू की गई है।
इसी के अंतर्गत सीहोर के जिला न्यायालय में लाक डाउन के दौरान वीसी के जरिये जिला एवं सत्र न्यायाधीश राज्यवर्धन गुप्ता ने पहली बार दीवानी मामले की अंतिम बहस वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये सुनी, और अपना ई-फैसला मेल से दोनों पक्षकारों को जारी किया। यह पहला अवसर था जबकि बुजुर्ग वकील 68 साल के रविन्द्र दयाल सक्सेना ने अपने घर से वीडियो कालिंग के माध्यम से अपने पक्षकार की बहस की। इस बहस के बाद उन्होंने मीडिया से चर्चा में कहा की यह क्षण मेरी जिंदगी में अदभुत थे, जब मैंने अपने ही घर बैठकर वीसी के जरिये डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में बहस की।