सीहोर। रविवार को अतिथि शिक्षकों ने खून से पोस्टकार्ड लिखे। सोमवार को एक हजार के करीब पोस्टकार्ड सीएम हाउस भेजेंगे। अतिथि शिक्षकों की एक सूत्रीय मांग है। अतिथि शिक्षक बीते दस सालों से नियमितिकरण की आस लगाए बैठे है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी अतिथि शिक्षकों को नियमित करने का वादा किया,लेकिन पूरा नहीं किया। विधानसभा चुनावों के पहले कांग्रेस ने भी नियमितिकरण करने का वचन दिया, लेकिन अबतक वचन नही निभाया।
नियमितिकरण की मांग को लेकर संयुक्त अतिथि शिक्षक संघ के आहवान पर संपूर्ण मध्य प्रदेश में अतिथि शिक्षक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है। आंदोलन के क्रम में रविवार को सैकड़ों अतिथि शिक्षकों ने कलेक्ट्रेट गेट के सामने धरना स्थल पर अपने खून से मुख्यमंत्री कमलनाथ के नाम पोस्टकार्ड लिखे। जिस में उन्होने सीएम और शिक्षा मंत्री प्रभुराम चौधरी से वचन निभाने और अतिथि शिक्षकों को नियमिति कर शिक्षक का स्थाई दर्जा देने की मांग की। संघ के गौरव राठौर ने बताया की बीते सात दिनों से कलेक्ट्रेट के सामने भूखे रहकर धरना प्रदर्शन कर रहे है प्रशासन और सरकार कोई भी सुध नहीं ले रहीं है। उन्होने बताया की अतिथि शिक्षकों का नियमितिकरण गुरूजियों की तर्ज पर हो सकता है लेकिन सरकार सुनने को तैयार नहीं है। जबकी हड़ताल का असर सरकारी स्कूलों में साफ दिखाई दे रहा है दो माह बाद हाईस्कूल और हायरसेकंड्री वार्षिक परीक्षाएं है स्कूलों में विभिन्न विषयों से संबंधित टिचर नहीं है। अतिथि शिक्षकों की मेहनत से हीं बीते साल सरकारी स्कूलों का परीक्षा परिणाम सर्वोत्तम रहा था। अतिथि शिक्षकों ने शनिवार
प्रभारी मंत्री आरिफ अकील को भी एक सूत्रीय मांग को लेकर ज्ञापन दिया है। इस से पहले विधायक को भी अवगत कराया गया है। प्रदर्शन के क्रम में सीएम और शिक्षा मंत्री की सदबुद्धी के लिए कलेक्ट्रेट के सामने यज्ञ भी किया गया है। नियमितिकरण की मांग को लेकर रघुपति राघव राजाराम भी गाया है लेकिन अबतक कोई असर सरकार पर नहीं हुआ है। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में जिला मुख्यालय सहित इछावर,श्यामपुर, दोराहा, अहमदपुर, बिलकिसगंज, सहित आसपास के ग्रामीण अंचलों के अतिथि शिक्षक शामिल रहे