सीहोर। अनुराग शर्मा।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने निर्देश दिए थे कि डॉक्टर अस्पताल में सुबह 9 से शाम 4 बजे तक मौजूद रहें,लेकिन यह निर्देश पहले दिन से ही हवा हो गए। दरअसल, जिला अस्पताल में पदस्थ कुछ डॉक्टरों ने अपने घरेलू क्लिनिक को अस्पताल की शक्ल में तब्दील कर दिया है और मरीजो के उपचार के दौरान गाढ़ी कमाई के लालच में यह अस्पताल में मरीजो को देखने मे कम रुचि ले रहे है।यदि प्रशासनिक स्तर पर कार्यवाही हो तो इन डॉक्टरों के घरों में चल रहे क्लिनिक में कई तरह की कमिया में भी सामने आ सकती है।
मालूम हो कि शासन स्तर पर मरीजो को समुचित इलाज सरकारी अस्पताल में देने की मंशा से हाल ही में एक निर्देश जारी किए गए थे ।निर्देश में स्पष्ट किया गया था कि डॉक्टर सरकारी अस्पताल में सुबह 9 से शाम 4 बजे तक उपस्थित रहकर ओपीडी समय मे मरीजो का उपचार करे।जिला अस्पताल में सीएम के यह निर्देश हवा होते दिख रहे है और डॉक्टर अपने घरेलू क्लिनिक में मरीजो को देखने मे ज्यादा रुचि ले रहे है।
स्थिति यह बनी हुई है कि एक डॉक्टर ने बाकायदा अपने घर पर चल रहे क्लिनिक में पलंग तक लगा रखे है और नियमो को ठेंगा बताकर मरीजो का इलाज किया जा रहा है। घरों पर चल रहे डॉक्टरों की निजी प्रेक्टिस को लेकर पूर्व में प्रशासनिक स्तर पर कार्यवाही की गई थी,लेकिंन पुनः कार्यवाही के अभाव में डॉक्टरों की निजी प्रेक्टिस फिर से शुरू हो गई है। आलम यह है कि अस्पताल में आने वाले मरीजो को समुचित उपचार न देकर डॉक्टर इन्हें अपने क्लिनिक पर आने को मजबूर करते है। जिला मुख्यालय पर एक डॉक्टर अपनी निजी प्रेक्टिस को लेकर लगातार सुर्खियों में रहे है। मेडिकल कॉउंसिल के नियमो को देखा जाए तो निजी प्रेक्टिस करने वाले डॉक्टरों के लिए तमाम नियम बने हुए है,लेकिन जिला मुख्यालय पर कुछेक निजी प्रेक्टिस करने वाले डॉक्टर्स इन नियमो को ढेंगा बताकर मरीजो का उपचार कर रहे है।
जल्द सकता है औचक निरीक्षण
सूत्रों के हवाले से खबर है कि शासन स्तर पर ओपीडी समय मे डॉक्टरों की गैर मौजूदगी की शिकायत लगातार शासन स्तर पर पहुच रही है। मुख्यालय के एक कांग्रेस नेता ने जिला अस्पताल की अव्यवस्थाओ को लेकर कुछ तस्वीरे भी शिकायत के साथ शासन को भेजी है। इन तस्वीरों में एक डॉक्टर के घर पर खड़ी मरीजो की भीड़ की तस्वीर भी सलंग्न है।बताया जा रहा है कि शिकायतों को गंभीर पाया गया है। जानकारी यह भी आ रही है कि जल्द ही राजधानी का एक स्वास्थ दल ट्रामा सेंटर का ओचक निरीक्षण पर आ सकता है।