भारतीय सेना में सीहोर की ईशा कुशवाहा बनी जिले की पहली अग्निवीर
ईशा एनसीसी केडेट है वही वह खेलों में भी अपने शहर के नाम प्रदेश में रोशन कर चुकी है, वह अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार और मेहनत को देती है।
Sehore- Isha Kushwaha Agniveer : मध्यप्रदेश के सीहोर में रहने वाली 19 वर्षीय बेटी ईशा कुशवाह ने सीहोर की पहली महिला अग्निवीर के रूप में सफलता हासिल कर ली है। उसकी इस उपलब्धि से न सिर्फ उसके परिजन बल्कि पूरे शहर के लोग बेहद खुश है। ईशा एनसीसी केडेट है वही वह खेलों में भी अपने शहर के नाम प्रदेश में रोशन कर चुकी है, वह अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार और मेहनत को देती है, ईशा पिछले कई सालों से रोजाना सुबह 5 बजे से उठकर ना सिर्फ कई किलोमीटर दौड़ती है, साथ ही अपनी पढ़ाई भी करती है। ईशा अब भारतीय सेना में महिला अधिकारी के लिए भी आगे चयनित हो सकती है।
शुरू से ही थी मेहनती
ईशा कुशवाह सीहोर के शासकीय चंद्रशेखर आजाद महाविद्यालय में बीएससी थर्ड ईयर की छात्रा है। ईशा ने कॉलेज में दाखिला लेने के साथ ही एनसीसी भी ज्वाइन कर ली थी ईशा शुरू से ही भारतीय सेना में जाना चाहती थी, वह शुरू से ही रोजाना घंटों मेहनत करती थी, इसी बीच जब अग्निवीर योजना के तहत भारतीय सेना में अग्निवीर पद में भर्ती के लिए पद निकले तो उसने भी आवेदन भरा। परीक्षा में पास होने के बाद ईशा का चयन अग्निवीर में हो गया है। अग्निवीर बनने के बाद ईशा और उनके परिजन काफी खुश हैं।
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माँ आंगनवाड़ी में, पिता सब्जी व्यापारी
सीहोर जिले की पहली अग्निवीर ईशा कुशवाहा की माँ आंगनवाड़ी में सहायिका के पद पर कार्यरत् हैं और पिताजी सब्जियों का व्यापार करते हैं। आरंभिक शिक्षा नूतन विद्यालय से हासिल की और शासकीय चंद्रशेखर आजाद महाविद्यालय में प्रवेश लेने के साथ ही एनसीसी जॉइन कर ली। एनसीसी के कई कैंप भी अटेंड किए। ईशा के पड़ोसियों की भी माने तो बचपन से ही ईशा बेहद जुनूनी रही है हमेशा ईशा ने अपनी पढ़ाई और लक्ष्य के सिवा किसी और चीज पर ध्यान नहीं दिया।