Shahdol News : मध्य प्रदेश के शहडोल में दिल को दहला देने वाली घटना सामने आई है। जिससे मानवता, ममता खोती नजर आ रही है। दरअसल, यहां एक तीन महीने की बच्ची निमोनिया से पीड़ित थी। जिसका इलाज कराने के बजाए परिजन उस कुप्रथा का शिकार हो गई। एक ओर जहां हमारा देश पूरी तरह बाहर निकलने की बात करता है। इस घटना ने बच्ची को दम पर मजबूर कर दिया। बता दें कि ये पहली बच्ची नहीं है जो कि इस प्रथा का शिकार हुई है बल्कि इससे पहले भी जिले में कई बच्चों की मौत हो चुकी है। यहां इलाज के नाम पर बच्चों के साथ ऐसा किया जाता है जिसे सोचकर आपकी रूह कांप उठेगी लेकिन ऐसा करने वालों के हाथ तक नहीं कांपते हैं। आइए विस्तार से जानें पूरा मामला…
सांस लेने में तकलीफ
जिले में तीन महीने की बच्ची को दो दिन पहले सांस लेने में तकलीफ होने लगी। जिसके बाद ग्रामीणों ने उसे लोहे की रोड से दागना शुरू कर दिया। बता दें उन लोगों ने इस मासूम बच्ची के पेट को 51 बार गर्म रोड से दागा। बच्ची यह पीड़ा सहन ना कर सकी और आखिकार ज्यादा हालत बिगड़ने पर उसके परिवार वालों ने मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक बच्ची का नाम रुचिता कोल बताया जा रहा है।