डिजिटल अरेस्ट होकर भी ठगी का शिकार होने से बच गया युवक, क्राइम ब्रांच से आया था कॉल

Mp breaking News ने पीड़ित युवक से बात करके उस 30 मिनट 45 सेकंड के मंजर को समझा, जिसमें युवक ने किस प्रकार सूझबूझ तरीके से ठगों को चकमा देकर डिजिटल अरेस्ट से मुक्त होने का रास्ता पाया।

Amit Sengar
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Shahdol News : शहडोल जिले में एक युवक के साथ डिजिटल अरेस्ट का मामला सामने आया है। युवक को ठगों ने 30 मिनट 45 सेकंड तक डिजिटल अरेस्ट करके रखा। इसके बाद युवक ने सूझबूझ अंदाज दिखाते हुए खुद को ठगी से बचा लिया। यह मामला खैरहा थाना के खन्नाथ गांव का है। यहां रहने वाले केशव प्रसाद पटेल पिता राम दुलारे पटेल के पास शुक्रवार की सुबह 11 बजे फोन आता है. और ठग खुद को क्राइम ब्रांच का अफसर बताते हुए धमकाने लग जाता है। ठग, युवक पर मोबाइल से अश्लील वीडियो देखने और उसे फैलाने का आरोप लगा रहा था लेकिन युवक ने कभी मोबाइल से अश्लील वीडियो देखा ही नहीं था. इस कारण वह समझ गया था कि उसके साथ कोई फ्रॉड हो रहा है, उसे डिजिटल अरेस्ट कर लिया गया है।

Mp breaking News ने पीड़ित युवक से बात करके उस 30 मिनट 45 सेकंड के मंजर को समझा, जिसमें युवक ने किस प्रकार सूझबूझ तरीके से ठगों को चकमा देकर डिजिटल अरेस्ट से मुक्त होने का रास्ता पाया।

पढ़िए रिपोर्ट…

ठग ने शुरुआत के 7 मिनट में बनाई भूमिका…तुम्हारा पति अश्लील वीडियो देखता है

केशव प्रसाद पटेल बताते हैं, सुबह ठीक 11 बजे मेरे फोन पर नंबर 07294196969 से फोन आता है। मैं उस समय नहा रहा था। मेरी पत्नी देवकी पटेल (32) ने फोन उठाया। उधर से ठग ने कहा कि हम क्राइम ब्रांच दिल्ली से बोल रहे हैं। तुम्हारे पति के नाम से यहां एफआईआर हुई है। उसने मोबाइल से गंदगी फैलाई है। उसे उठाने पुलिस घर आ रही है। घबराती हुई पत्नी अधनहाए पति के पास पहुंची। फोन चालू था, पत्नी ने पूरी बात बताई और घबराया पति केशव फोन पर ठग से बात करने लग जाता है।

फोन सर्विलांस में है, काटना नहीं है

केशव बाथरूम में था, वह जैसे फोन पर आया, सामने से ठग ने खुद को क्राइम ब्रांच का अफसर बताया और धमकाने लगा। उसने आरोप लगाया कि तुम मोबाइल में अश्लील वीडियो देखते हो साथ ही उसे हर दूसरों को भेजते हो। तुम्हारा फोटो और डेटा यहां आया है, पुलिस 10 मिनट में तुम्हारे घर आकर तुम्हें गिरफ्तार करने आ रही है। तुम्हारा फोन सर्विलांस में है तुम फोन नहीं काटोगे, फोन चालू रखना।

DM और CM का आदेश है, कार्रवाई होगी

ठग ने युवक से कहा तुमको डिजिटल अरेस्ट कर लिया गया है। कुछ देर में पुलिस तुम्हारे घर आ रही है तुमको उठा ले जाएगी। मुख्यमंत्री समेत DM और SP का तुम्हारे खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश है। तुम्हारी फाइल यहां हमारे पास फोटो समेत रखी है। तुम्हारे फोन का पूरा डेटा हमने निकाल लिया है अब यह डिलीट यहां से ही होगा।

7700 डाटा रिकवरी फाइन चार्ज लगेगा

स्कैमर ने केशव से कहा कि पुलिस तुम्हारे घर न आए इसलिए तुम जल्दी से फाइन चार्ज जमा करा दो। तुम्हारे फोन का डाटा सब यहां से डिलीट होगा। तुम्हारी आई.डी. अगर कोई और चला रहा है तो उसे डिलीट करके लॉक कर दिया जाएगा। 11 लाख जुर्माना है। इस कार्रवाई से बचना है तो 7700 रुपए की रसीद कटवा लो। 200 रुपये चालान में कट जाएंगे और बकाया 7500 रुपए तुम्हारे अकाउंट में वापस आ जाएंगे।

फोन पे ऑन कर मै नंबर देता हूं, पेमेंट करो

डिजिटल अरेस्ट करने के दौरान ठग बार बार यह कह रहे थे कि पुलिस बस तुम्हारे घर आ रही है, 2 किलोमीटर दूर है। पीछे से सायरन बज रहा था। लाइन में बने रहने के साथ ही ठग ने कहा फोन पे ऑन करो मैं तुमको अपने अधिकारी का नंबर देता हूं उसमें पैसा डालकर तत्काल रसीद कटवा लो। अपना मोबाइल फोन किसी को नहीं देना जल्दी पैसे ट्रांसफर करो।

8 मिनट बाद युवक ने दिखाई सूझबूझ…केशव बोला : मेरे फोन में इंटरनेट नहीं है, बैलेंस नहीं

8 मिनट तक ठग का टॉर्चर सुनने के बाद युवक केशव समझ चुका था उसे डिजिटल अरेस्ट किया गया है। जब ठग उसे फोन पे ऑन करने के लिए दबाव बना रहा था तब केशव ने सुझबुझ दिखाते हुए यह कह दिया कि मेरे फोन में बैलेंस नहीं है। इंटरनेट नहीं चल रहा है, इस कारण मैं पेमेंट नहीं कर पाऊंगा और 7700 मेरे खाते में पैसा भी नहीं है।

बैंक जाने की मोहलत भी नहीं दे रहा था ठग

इसी दौरान केशव के पास उसके दोस्त का फोन आ रहा था, ठग उसे किसी का फोन नहीं उठाने दे रहे थे। धमका रहे थे कि जिसका फोन उठाओगे तुम्हारे फोन की गंदगी उसके साथ शेयर हो जाएगा। तब केशव ने कहा कि मेरे घर से एक किलोमीटर दूर बैंक और दुकान है मै वहां जाकर पेमेंट कर सकता हूं। स्कैमर मान गया, उसने कहा फोन नहीं काटोगे और किसी को कुछ नहीं बताओगे जल्दी जाकर पेमेंट कराओ ताकि हम फाइल क्लोजिंग की प्रक्रिया शुरू कर सकें।

ठग ने फोन पे करने के लिए लिखाया नंबर

इस दौरान स्कैमर ने केशव से कहा कि मैं तुमको हमारे सीनियर अधिकारी का नंबर दे रहा हूं, उसमें आप पैसा भेजकर रसीद कटवा लो। उसने 9936344023 नंबर लिखाया और अधिकारी का राजू बताया। स्कैमर ने कहा तुम्हारे फोन से जो गंदगी फैला रहा है हम उसका फोटो भी तुमको भेज देंगे, फिर तुम जैसा चाहोगे उसको वैसे सजा भी मिल जाएगा।

19वें मिनट पर घर से निकल गया युवक…ठग बोला किसी को कुछ बताना नहीं

जब ठग को इस बात का भरोसा हो गया कि केशव के पास मोबाइल में बैलेंस नहीं है वह तत्काल पैसा नहीं भेज पाएगा तब उसने केशव को बैंक और दुकान जाने की मोहलत दी। इस दौरान उसने फोन नहीं काटने की बात कही। ठग ने कहा वह पैसा कहां और क्यों डाल रहा है इस बात को किसी से नहीं बताएगा क्योंकि उसकी इज्जत को खतरा है।

बैंक की जगह जनपद सदस्य के पास पहुंचा

केशव ने मोबाइल को म्यूट करके घर से निकलकर लगभग 3 किलोमीटर दूर सीधे अपने क्षेत्र की जनपद सदस्य शिल्पी पांडेय के पास पहुंचकर उनको आप बीती बताई। इसके बाद जनपद सदस्य शिल्पी पांडेय ने केशव का फोन लिया और स्कैमर से बात करके उनकी जमकर फटकार लगाई। इसके बाद स्कैमर ने फोन काट दिया। इस प्रकार युवक डिजिटल अरेस्ट से मुक्त हुआ।

पत्नी भी ठग से मांगती रही दुहाई

डिजिटल अरेस्ट के दौरान केशव की पत्नी देवकी भी ठग से मांगती रही। उसने कहा मेरे पति ऐसा नहीं करते हमारे दो बच्चे हैं। हमें माफ कर दीजिए। केशव ने भी कहा कि मैं ये सब मोबाइल में कभी नहीं देखता, मेरे बच्चे बड़े हैं। ठग नहीं माने, वो पुलिस का सायरन बजा कर उसे लगातार धमकाते रहे और पैसों की मांग करते रहे।
शहडोल से राहुल राणा की रिपोर्ट


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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