शाजापुर, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश में लगातार रिश्वतखोर शासकीय कर्मचारियों की धरपकड़ के बावजूद भी रिश्वत लेने का सिलसिला थम नहीं रहा है, शुक्रवार को लोकायुक्त की टीम ने शाजापुर में एक रिश्वतखोर पटवारी को पकड़ा है। भूमि के नामांतरण दस्तावेजों में त्रुटि सुधारने पटवारी ने आवेदक से 3000 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। जिसे लेते हुए रंगे हाथों लोकायुक्त की टीम ने पटवारी को पकड़ लिया।
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बताया जा रहा है कि आवेदक योगेश पिता महेश प्रसाद पाटीदार उम्र 26 वर्ष निवासी ग्राम गिरवर तहसील व जिला शाजापुर की ग्राम महुपुरा स्थित भूमि का नामांतरण दिनांक 08.03.2022 को तहसीलदार शाजापुर द्वारा आवेदक के नाम से किया गया था। इस आदेश में त्रुटिवश 2000 वर्ग फीट भूमि की जगह 2000 वर्ग मीटर लेख कर दिया गया था, इसी त्रुटि में सुधार हेतु ग्राम महुपुरा के हल्का पटवारी आत्माराम धानुक द्वारा आवेदक योगेश पाटीदार से ₹3000 रिश्वत की मांग की गई, आवेदक ने इसकी शिकायत उज्जैन लोकायुक्त में की थी जिसके बाद लोकायुक्त ne रणनीति बनात हुए आवेदक योगेश को शुक्रवार को रिश्वत की रकम के साथ पटवारी के पास भेजा, जैसे ही पटवारी ने शाजापुर स्थित निजी कार्यालय में 3 हजार की रिश्वत ली वैसे ही सादी वर्दी में मौजूद लोकायुक्त की टीम ने पटवारी को रंगे हाथों पकड़ लिया। मौके पर लोकायुक्त उज्जैन की कार्रवाई जारी है।