भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री चौहान ने शुक्रवार सुबह शाजापुर के जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की बैठक की। इस मंत्री इंदर सिंह परमार सहित स्थानीय विधायक बैठक से जुड़े। मुख्यमंत्री ने कानून व्यवस्था को लेकर एसपी से कड़ी नाराजगी व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने बैठक से आईजी उज्जैन और डीजीपी को जुड़ने को कहा। दरअसल शाजापुर में चोरी की विभिन्न घटनाओं को लेकर नाराजगी व्यक्त की।
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सीएम ने मीटिंग के दौरान कहा कि सारे थानों को इकट्ठा करो बात चीत करो कर सकते हो तो बताओ। चोरी की घटनाओं पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने कहा कि रिकवरी नहीं अभी आप कोशिश करें कि घटना हो ही ना पुलिस का अपराधियों पर आतंक ही इतना होना चाहिए वो हिम्मत ही न करें। वही बैठक के दौरान ही मुख्यमंत्री ने कहा कि ये ठीक से होना चाहिए इसमें डीजीपी को भी जोड़ो आईजी को भी जोड़ो मुख्यमंत्री ने एसपी से जिले में किए जा रहे उनके दौरे, एसडीओपी के दौरों, टीआई के दौरो, थाने में स्टाफ की सक्रियता को लेकर विस्तृत जानकारी ली, वही बैठक के दौरान लगातार चोरी की घटनाओं के बढ़ने से नाराज सीएम ने कहा कि जिले में गाडियां चोरी को लेकर शाजापुर में समस्याएं बनी हुई है। मुख्यमंत्री ने इसका गंभीरता से संज्ञान लेते हुए डीजीपी से चोरी को समाप्त करने की कार्ययोजना बनाने, चोरों के गिरोह को जड़ से समाप्त करने के लिए कड़े एक्शन लेने के निर्देश दिए । वही विद्युत विभाग की लापरवाहियों को लेकर मुख्यमंत्री ने नाराजगी व्यक्त की, एसई शाजापुर, ट्रांसफार्मर फेल होने पर नए ट्रांसफार्मर की उपलब्धता होने के बावजूद समय पर न लगाने को लेकर उचित जवाब नहीं दे पा रहे थे, ओवरलोड होने पर लगातार फॉल्ट होने का निराकरण न होना और लाइन मेंटेनेंस को लेकर शिकायत प्राप्त हुई थी जिस पर मुख्यमंत्री ने नाराजगी व्यक्त की, मुख्यमंत्री ने एमडी विद्युत विभाग को बैठक से जुड़ने के निर्देश दिए। सीएम शिवराज ने कहा कि वह ये नजर रखिये कि कहां-कहां करप्शन की शिकायतें है। कलेक्टर के पास अपनी इंटेलिजेंस का एक तरीका होना चाहिए। जहां बेईमानी हो, वहां हमको तत्काल सख्त एक्शन लेनी चाहिए। कुछ चिन्हित मामले में तो मुझे बता दें तो उसके लिए ईओडब्लू है। कई जगह लोगों को हमने सख्त सजाए दी हैं। इसको हमें निर्मूल करने की कोशिश करना है। वही गाडियां चोरी को मुख्यमंत्री ने इसका गंभीरता से संज्ञान लेते हुए डीजीपी से चोरी को समाप्त करने की कार्ययोजना बनाने, चोरों के गिरोह को जड़ से समाप्त करने के लिए कड़े एक्शन लेने के निर्देश दिए हैं। बैठक में मंत्री इंदर सिंह परमार सहित स्थानीय विधायक भी जुड़े। शाजापुर एसपी से पूछा थानों के क्या हाल हैं।
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शाजापुर जिले की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि – कलेक्टर नजर रखिये कि कहां- कहां करप्शन की शिकायतें है। कलेक्टर के पास अपनी इंटेलिजेंस का एक तरीका होना चाहिए। एसपी भी जरा बताएं थानों के क्या हाल हैं। वही मंत्री इंदर सिंह परमार ने शाजापुर में गाड़ी चोरी के साथ ही भैंस चोरी की भी शिकायत बैठक में की, शाजापुर जिले की समीक्षा के दौरान यह प्रकरण सामने आया इस मामले को लेकर सीएम ने शाजापुर एसपी को फटकार लगाई। सीएम बोले- पुलिस का अपराधियों पर इतना खौफ हो कि वो जिला छोड़ कर भाग जाएं। चिन्हित अपराधियों को सूचीबद्ध करें। उनकी आर्थिक कमर तोड़ डालें। अपराधियों के अतिक्रमण तोड़ने की कार्रवाई हो। डीजीपी से बोले सीएम- जो कार्रवाई शाजापुर में चोरी के मामलों में हो रही है, उससे मैं संतुष्ट नहीं हूं। हमें एक कार्ययोजना बनाना चाहिए इस समस्या को समूल नष्ट करने के लिए, इसके लिए एक्शन प्लान बनाएं और अन्य जिलों में भी लागू करें।