श्योपुर/विपिन कुमार
शहर में कोरोना तेजी से फैल रहा है। शुक्रवार को एक और युवक को कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है। इसी के साथ अब यहां कोरोना पॉजीटिव मरीजों की संख्या पिता-पुत्री समेत चार हो गई है। शुक्रवार को भी पॉजिटिव युवक हसलपुर हवेली में ही पाया गया है। यह इलाका कंटेनमेंट होकर पहले ही सील है। युवक के पॉजिटिव आने के बाद दहशत और ज्यादा बढ़ गई है और लॉकडाउन में प्रशासन द्वारा और सख्ती किए जाने की संभावना है।
उधर कोरोना पॉजीटिव युवक के परिजन को प्रशासन ने क्वारंटाइन कर दिया है। पत्नी-बच्चों समेत कुल छह लोगों को एक सरकारी हॉस्टल मेें क्वारंटाइन किया गया है। इनके कोरोना जांच के लिए सैंपल भी लिए गए हैं। शुक्रवार को कोरोना पॉजिटिव आए व्यक्ति को उसके घर ही पर क्वारंटाइन किया गया था।
ये व्यक्ति श्योपुर में सबसे पहले पॉजिटिव आए नीम हकीम की कांटेक्ट हिस्ट्री में शामिल था। यही कारण है कि स्वास्थ्य विभाग ने उसका सैंपल कोरोना जांच के लिए भिजवाया था। ग्वालियर स्थित डीआरडीओ की लैब में हुई जांच में उसके कोरोना की पुष्टि होने पर हड़कंप मच गया है। प्रशासन ने उसके पॉजिटिव आते ही हसलपुर हवेली का रूख किया और यहा तमाम ऐहतियाती उपाय किये गए हैं। श्योपुर एसडीएम रूपेश उपाध्याय, तहसीलदार रजनी बघेल ने अमले के साथ मौके पर पहुंचकर पॉजिटिव युवक को तत्काल जिला अस्पताल पहुंचाया। जिला अस्पताल में युवक को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। इसी के साथ प्रशासन ने उसकी पत्नी, बच्चों समेत कुल छह परिजन को क्वारंटाइन किया है। क्वारंटाइन करने के बाद परिजन के सैंपल लेकर कोरोना जांच के लिए भेजे गए हैं।
शुक्रवार की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद श्योपुर में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या चार हो गई है। जिले में सबसे पहले जिस व्यक्ति को कोरोना की पुष्टि हुई थी बाद में उसकी बेटी भी कोरोना की शिकार पाई गई। फिर उसका पड़ोसी भी पॉजीटिव मिला। अकेले हसलपुर हवेली इलाके में ही चारों कोरोना पॉजीटिव पाए गए हैं। प्रशासन ने इलाके को कंटेनमेंट कर दिया था। यह इलाका पूरी तरह सील है। यहां पुलिस को निगरानी के लिए तैनात किया गया है। इसके अलावा इलाके में लगातार प्रशासन फ्लैग मार्च कर रहा है।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक अब तक 297 सैंपल कोरोना जांच के लिए भेजे गए हैं। इनमें 162 केस की नेगेटिव रिपोर्ट आ चुकी है। 120 सैंपल की जांच रिपोर्ट आना बाकी है। हालांकि 11 सैंपलों को लैब ने नामंजूर किया है। खास बात यह है कि सैंपलों की जांच धीमी गति से हो रही है। सैंपल जांच के लिए ग्वालियर डीआडीओ लैब भेजे गए हैं। सिर्फ एक ही सैंपल को अब तक भोपाल के एम्स में भेजा गया है।