सीहोर।
चुनावी मौसम में हर कोई जीत-हार को लेकर अपने-अपने अनुमान लगा रहा है। जो बीजेपी समर्थक हैं वो कमल खिलने को लेकर आशान्वित हैं और जो कांग्रेस के लिए सॉफ्ट कॉर्नर रखते हैं वो पंजे के जीत की संभावना देख रहे हैं।वही सट्टा बाजार के दांव भी तेज होते जा रहे हैं। सट्टे बाजार का सबसे ज्यादा असर मुख्यमंत्री के गृह जिले में देखने को मिल रहा है।खबर है कि इछावर विधानसभा में भाजपा उम्मीदवार करण सिंह वर्मा और कांग्रेस उम्मीदवार शैलेन्द्र पटेल की हार-जीत को लेकर पांच लाख रुपए का सट्टा लगाया गया है। सट्टे की राशि को लेकर किया गया अनुबंध सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। हालांकि कलेक्टर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए है।
दरअसल, प्रदेश में सर्वाधिक 90% मतदान सीहोर जिले की इछावर सीट पर हुआ। जिसको लेकर अभी से हार-जीत के दांव लगाए जा रहे है । बताया जा रहा है कि रविवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुए अनुबंध पत्र के आधार पर पक्षकार प्रथम सरदार सिंह राजपूत और पक्षकार द्वितीय जगदीश प्रसाद के बीच अनुबंध हुआ है कि भाजपा उम्मीदवार करण सिंह वर्मा चुनाव जीतते हैं तो द्वितीय पक्षकार जगदीश प्रसाद प्रथम पक्षकार सरदार सिंह को पांच लाख रुपए देंगे और यदि कांग्रेस उम्मीदवार शैलेन्द्र पटेल विधानसभा का चुनाव जीतते हैं तो सरदार सिंह 21 दिसंबर तक जगदीश प्रसाद वर्मा को पांच लाख रुपए देंगे। अनुबंध में यह पत्र में यह भी लिखा है कि यह अनुबंध 100 रुपए के इ-स्टाम्प कोड 01013501122018004421 पर किया गया है। अनुबंध पत्र पर दो गवाह के रूप में हरगोविन्द सिंह और रामपाल सिंह के हस्ताक्षर हैं।कलेक्टर तरूण कुमार पिथोड़े ने अनुबंध की कॉफी सोशल मीडिया पर वायरल होने को लेकर इछावर रिटर्निंग ऑफिसर को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
कलेक्टर पिथोड़े ने कहा कि लॉ के हिसाब से यह अनुबंध लीगल नहीं है। कानून जिस कार्य की अनुमति नहीं देता है, उसका अनुबंध करना उचित नहीं है। यह एक तरह से सट्टे की श्रेणी में आता है। कलेक्टर ने यह भी चेतावनी दी है कि सात दिसंबर पर एक्जिट पोल पर रोक है, यदि कोई व्यक्ति इस तरह की हरकत करता है तो उसके खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन की कार्रवाई की जाएगी।
एक नजर पिछले आकंडों पर
मध्य प्रदेश की इछावर सीट बीजेपी का गढ़ है, हालांकि 2013 में उसे हार का सामना करना पड़ा था।2013 के चुनाव में कांग्रेस के शैलंद्र रमेश चंद्र पटेल ने बीजेपी के करण सिंह कन्हैयालाल को सिर्फ 744 वोटों से हराया था। 2008 के चुनाव में बीजेपी के करण सिंह वर्मा ने कांग्रेस के डॉ. बलवीर तोमर को 18 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था। इस चुनाव में करण सिंह तोमर को 50129 वोट मिले थे तो वहीं डॉ. बलवीर तोमर 31977 वोट मिले थे। वही इस बार फिर बीजेपी से करण सिंह वर्मा और कांग्रेस से शैलेन्द्र पटेल मैदान में है।अभी तक इस सीट पर बीजेपी ने 6 चुनावों में जीत हासिल की है।इसलिए भाजपा को उम्मीद है कि इस बार भी करण सिंह वर्मा की ही जीत होगी।