Sheopur : खतरे में सरपंची, सरपंच पति की सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर नोटिस जारी

Notice issued to woman sarpanch : श्योपुर जिले के वर्धा बुजुर्ग ग्राम पंचायत की सरपंच नीतू जाट की सरपंची खतरे में पड़ गई है। विकास यात्रा के विरोध में उनके पति ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाली थी, जिसके बाद जिला पंचायत के सीईओ ने उन्हें नोटिस जारी कर सफाई मांगी है। वहीं इस मामले में महिला सरपंच के पति ने कहा कि उनके द्वारा किए गए किसी भी काम की सजा उनकी पत्नी को कैसे दी जा सकती है। उन्होने नोटिस भेजने वाले अधिकारी से माफी मांगने और नोटिस खारिज करने की मांग की और ऐसा न करने पर अदालत जाने की चेतावनी दी है।

Sheopur : खतरे में सरपंची, सरपंच पति की सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर नोटिस जारी

ये है मामला

दरअसल वर्धा बुजुर्ग में 11 तारीफ को विकास यात्रा का आयोजन होना था और इससे पहले सरपंच नीतू जाट के पति कप्तान राणा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाली जिसमें लिखा था ‘काले झंडे की करो तैयारी, आ रहे हैं कमीशनधारी।’ इसी पोस्ट को लेकर अब सरपंच को एक मुख्य कार्यपाल अधिकारी जिला पंचायत द्वारा एक नोटिस भेजा गया है। नोटिस में इस पोस्ट का हवाला देते हुए दो दिन में स्पष्टीकरण देने को कहा गया है। इसी के साथ ये भी लिखा है कि जवाब न देने पर सरपंच को पद से हटाने की कार्रवाई की जाएगी।

सरपंच पति ने दी चेतावनी

इस मामले में सरपंच नीतू जाट के पति कप्तान राणा का कहना है कि ‘मेरी पत्नी ने ऐसी कोई पोस्ट नहीं डाली है। पोस्ट मैंने डाली है और इसमें न तो विकास यात्रा का विरोध है न ही किसी कर्मचारी या नेता के खिलाफ है।’ उन्होने कहा कि मेरी पत्नी को प्रताड़ित किया जा रहा है। अगर कोई कार्य मेरे द्वारा किया गया है तो उसकी सजा पत्नी को कैसे दी जा सकती है। कप्तान राणा ने कहा कि खुद सीएम ने कहा है कि महिला सरपंच को ही सारा अधिकार होगा, उनके पति का कोई हस्तक्षेप नहीं रहेगा। ऐसे में मेरे द्वारा डाली गई किसी भी पोस्ट को लेकर आखिर सरपंच को नोटिस कैसे दिया जा सकता है। इसी के साथ उन्होने आरोप लगाया कि जिले में कुछ नेता खुलकर भ्रष्टाचार कर रहे हैं और वो ही उन्हें दबाने की कोशिश कर रहे हैं। इसी के साथ उन्होने कहा कि जिस अधिकारी ने नोटिस जारी किया है वो माफी मांगे और नोटिस खारिज किया जाए। ऐसा न होने पर क्षेत्र का कोई भी सरपंच विकास यात्रा में शामिल नहीं होगा। उन्होने कहा कि नोटिस वापिस नहीं लेने की स्थिति में वो अदालत की शरण लेंगे।


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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