फूड इंस्पेक्टर का गाली-गलौज का ऑडियो हुआ वायरल, इंस्पेक्टर ने रखा अपना पक्ष, राशन वितरण में लापरवाही का है पूरा मामला

Sanjucta Pandit
Updated on -

Singrauli News : मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले में हितग्राहियों को राशन नहीं देने का मामला सामने आया है। जिसकी वजह से सैकड़ों ग्रामीणों के पास राशन की समस्या उत्पन्न हो गई है। इस मसले को लेकर आज प्रभावित ग्रामीणों के समूह ने कलेक्टर की जनसुनवाई में अपनी समस्या बताई। इस मामले पर कलेक्टर ने तत्काल संबंधित अधिकारी को जांच करने के लिए निर्देशित किया। जांच करने गए फूड इंस्पेक्टर ने 3 महीने की जगह 1 माह का राशन दिलाने लगे तो ग्रामीण आग बबूला हो गए। इस घटना को किसी ने अपने मोबाइल में कैद कर लिया और सोशल मीडिया में फ़ूड इंस्पेक्टर के खिलाफ अपशब्द टिप्पणी कर दिया। जिसके बाद जो हुआ वह अब सवालों के घेरे में आ गया, यह मामला बैढन ब्लॉक अंतर्गत पिपरा गांव का है।

क्या है पूरा मामला

दरअसल, ग्राम पंचायत पिपरा में सैकड़ों राशनकार्डधारियों को तीन महीने से राशन का वितरण नहीं किया जा रहा है। इसकी शिकायत ग्रामीणों ने स्थानीय स्तर पर कई बार की। इसके बावजूद, अधिकारी टालमटोल करते रहे। वहीं, आक्रोशित ग्रामीणों ने जिला मुख्यालय बैढ़न की ओर रुख किया और कलेक्टर अरुण परमार की जनसुनवाई में अपनी समस्या से अवगत कराया। जिसके बाद कलेक्टर ने जांच के लिए खाद्य विभाग के फ़ूड इंस्पेक्टर को जिम्मेदारी सौपीं।

इस बात को लेकर भड़के थे ग्रामीण

वहीं, फ़ूड इंस्पेक्टर जब इस मामले में जांच करने अपनी टीम के साथ पिपरा गांव में पहुंचे और तीन माह की जगह एक माह का राशन दिलाने की बात करने लगे, इसी बात को लेकर ग्रामीण भड़क गये। इस घटना का वीडियो बनाकर किसी ने सोशल मीडिया में पोस्ट कर दिया और फ़ूड इंस्पेक्टर के खिलाफ टिप्पणी। इसके बाद फ़ूड इंस्पेक्टर ने सोशल मीडिया में पोस्ट करने वाले युवक को फोन पर गोली से मारने की धमकी देते हुए गाली-गलौज करने लगे। फ़ूड इंस्पेक्टर किशन पाल ने कहा कि मैं भिंड का हूँ- गोली मार दूंगा तुझे… तू है कौन…

ऑडियो हुआ वायरल

जिसका ऑडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है। इस मामले में कोतवाली पुलिस ने फ़ूड इंस्पेक्टर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है लेकिन विभाग ने अभी तक निलंबित नही किया है। वहीं, ग्रामीण इस मामले की शिकायत मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक कर चुके है। इसके बावजूद भी, अभी तक विभागीय जांच और कार्यवाही अधर में लटकी हुई है।

आग बबूला हुए फ़ूड इंस्पेक्टर

बता दें कि तीन महीने से राशन नहीं मिलने से परेशान होकर ग्रामीणों ने 5 मई को जिला कलेक्टर के पास शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद 13 मई को फ़ूड इंस्पेक्टर जांच करने पिपरा गांव पहुंचे, जहां पर हंगामा शुरू हो गया। जिसका एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में पोस्ट कर दिया गया और टिप्पणी भी किया गया जैसे ही यह खबर फ़ूड इंस्पेक्टर तक पहुंची और वो आग बबूला हो गए।

जिसके बाद युवक अतुल दुबे सहित ग्रामीण फ़ूड इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर अनिचीत्कालीन धरने पर बैठ गए। एक सप्ताह तक धरना जारी रहा। पुलिस ने फ़ूड इंस्पेक्टर के खिलाफ मामला दर्ज कर दिया लेकिन विभाग ने निलंबित नही किया। वहीं, अभी तक ग्रामीणों को राशन नही मिल पाया है और न ही जिला प्रशासन ने फ़ूड इंस्पेक्टर को इस मामले में निलंबित किया है।


About Author
Sanjucta Pandit

Sanjucta Pandit

मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

Other Latest News