लोकायुक्त पुलिस ने एक बार फिर रिश्वतखोर को रंगे हाथ पकड़ा है, आज का एक्शन रीवा लोकायुक्त पुलिस की टीम ने लिया, लोकायुक्त ने मौत का सौदा करने वाले एक भ्रष्ट डॉक्टर और सुपरवाइजर को 30000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ दबोचा है। डॉक्टर और सुपरवाइजर ने मृतक की विधवा पत्नी से 1 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी और पहली क़िस्त लेते पकड़ा गया ।
लोकायुक्त पुलिस रीवा की टीम ने सिंगरौली जिले के चितरंगी स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ चिकित्सा अधिकारी डॉ. अमरजीत सिंह और सुपरवाइजर राजकुमार वैश्य को 30,000 रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। यह रिश्वत पीएम रिपोर्ट में सर्पदंश लिखने के एवज में मांगी गई थी।
पीएम रिपोर्ट में सर्पदंश लिखने मांगी 1 लाख रुपये रिश्वत
लोकायुक्त पुलिस रीवा के निरीक्षक संदीप सिंह भदौरिया ने बताया कि बगैया गांव की फूलमती सिंह ने 30 सितंबर 2025 को शिकायत दर्ज कराई थी। उनके पति जयपाल सिंह की मौत जून महीने में सांप के काटने से हुई थी। पीएम रिपोर्ट में सर्पदंश दर्ज करने के लिए डॉ. अमरजीत सिंह और राजकुमार वैश्य ने कुल एक लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। बता दें सर्पदंश से मौत होने पर सरकार 4 लाख रुपये आर्थिक सहायता मृतक के परिजनों को देती है।
लोकायुक्त पुलिस ने स्वास्थ्य केंद्र में दबोचा
शिकायत मिलने के बाद लोकायुक्त संभाग रीवा के पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार पाटीदार ने शिकायत का सत्यापन करवाया। रिश्वत की मांग की पुष्टि होने पर एक टीम गठित की गई। शुक्रवार को स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर डॉ. अमरजीत सिंह को 30,000 रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया।

सिंगरौली से राघवेन्द्र सिंह गहरवार की रिपोर्ट





