Sun, Dec 28, 2025

घास की झोंपड़ी में आग, पिता के लिए खाना लेकर गये दो बेटों की दर्दनाक मौत, सरकार ने मंजूर की आर्थिक मदद

Written by:Atul Saxena
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पिता ने बताया दोनों बच्चे मेरे लिए खाना लेकर आए थे। खाना रखकर दोनों खेलते-खेलते वहीं सो गए। इस बीच हादसा हो गया। जब तक मैं कुछ समझ पाता, तब तक आग में झुलस जाने की वजह से दोनों बच्चों की मौत हो गई।
घास की झोंपड़ी में आग, पिता के लिए खाना लेकर गये दो बेटों की दर्दनाक मौत, सरकार ने मंजूर की आर्थिक मदद

Singrauli News: मोरवा थाना क्षेत्र के बड़गड़ गांव में खेत में बनी घास की झोपड़ी में अचानक आग लग जाने से उसमें सो रहे दो मासूम बच्चों की दर्दनाक मौत हो गयी। हादसे में 10 माह और 3 साल के दो बच्चे जिंदा जल गए। बड़ा बेटा पिता के लिए खाना लेकर आया था। वह साथ में अपने छोटे भाई को भी ले आया था। खेलते-खेलते दोनों वहीं सो गए थे।

घटना सोमवार दोपहर करीब 3 बजे की है। सूचना मिलते ही मौके पर मोरवा थाने की पुलिस, चितरंगी एसडीएम सुरेश जादव और अपर कलेक्टर भी पहुंच गए। मृतक बच्चों के नाम बाबूलाल (3 साल) और दौली (10 माह) है। पुलिस ने बच्चों के शव निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाए है। झोपड़ी में आग कैसे लगी इसकी जांच की जा रही है।घटना की जानकारी मिलने पर आसपास खेत में काम कर रहे लोग भी वहां पहुंच गए। चितरंगी एसडीएम सुरेश जादव ने बताया कि यह गांव दुधमनिया तहसील में आता है।

पिता के लिए खाना लेकर आये थे बेटे, झोंपड़ी में सो रहे थे  

बच्चे के पिता सिपाहीलाल ने बताया कि मैंने अपने खलिहान में फसल की देखरेख के लिए पैरे से अस्थायी झोपड़ी बना रखी थी। दोपहर में मैं खेत में काम कर रहा था। दोनों बच्चे मेरे लिए खाना लेकर आए थे। खाना रखकर दोनों खेलते-खेलते वहीं सो गए। इस बीच हादसा हो गया। जब तक मैं कुछ समझ पाता, तब तक आग में झुलस जाने की वजह से दोनों बच्चों की मौत हो गई।

सरकार ने मंजूर की 8 लाख रुपये की आर्थिक सहायता राशि 

एडीएम सिंगरौली ने बताया कि पीड़ित परिवार को 10 हजार रुपये की अंत्येष्टि सहायता राशि तत्काल प्रदान की गयी है। 4- 4 लाख यानी कुल 8 लाख की राहत राशि कल पीड़ित परिवार के खाते में पहुंचेगी। इस हादसे के बाद से पिता और बच्चों की का रो रो कर बुरा हाल है, पूरे गाँव में मातम पसरा है।

सिंगरौली से राघवेन्द्र सिंह गहरवार की रिपोर्ट