अजय सिंह ने कहा कि मोदी सरकार धीरे धीरे सभी वर्गों को खत्म कर रही है। पहले सैंकड़ों उद्योगपतियों को निबटाया फिर नोटबंदी करके माता बहनों की जमा पूंजी खत्म करवा दी। युवाओं को ठगा और बेरोजगारी चरम पर पहुँचा दी। सभी बड़ी सरकारी कंपनियों को एक एक कर नष्ट करवाया या बेचना शुरू कर दिया। बी.एस.एन.एल.,रेलवे, भेल, एयर इंडिया, तेल कंपनियाँ, बैंक, एल.आई.सी. जैसे कई उदाहरण हैं। जब उन्हें लगा कि अभी तो किसान बचा है जो इनकम टेक्स भी नहीं देता और नये नये ट्रेक्टर खरीद रहा है, तो उन्हें निबटाने के लिए कृषि कानून ले आए। अजय सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार ने ऐसा कृषि कानून बना दिया कि किसान को समर्थन मूल्य न मिले। उनकी जमीन दूसरा उद्योगपति ले लें। यह कानून कोई साधारण कानून नहीं है। किसान केवल कागज पर जमीन के मालिक रहेंगे, कब्जा किसी उद्योगपति का रहेगा। यही कारण है कि इसके खिलाफ अलग अलग प्रांतों से आवाज उठ रही है।
इसी विचारधारा और मानसिकता के खिलाफ लड़ाई शुरू हो चुकी है
अजय सिंह ने कहा कि बी.जे.पी. की इसी मानसिकता और विचारधारा के खिलाफ हम सभी अंग्रेजों के बाद अब दूसरी आजादी की लड़ाई लड़ रहे हैं, जो लंबी चलेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के भाषण से ऐसा लगता है कि वे गांधी जी से भी पहले पैदा हुए। कहते हैं 70 साल में कुछ नहीं हुआ। उनका बस चले तो कहेंगे भाखरानंगल और हीराकुंड बांध हमने बनवाये। कृषि क्रांति और श्वेत क्रांति भी हम लाये। बड़ी बड़ी नवरत्न कंपनियाँ हमारी देन हैं। उन्होंने कहा कि 70 साल पहले जहां सुई भी नहीं बनती थी, उस भारत में अब हवाई जहाज बनने लगे। आज मुख्य मुद्दा किसानों की लड़ाई है। हम उनके साथ खड़े हैं। उनकी लड़ाई जितनी लंबी चलेगी, हम उतनी दूर तक उनके साथ जाएँगे। इसमें कोई समझौता नहीं होगा।
अजय सिंह ने कहा कि शिवराज सिंह को सिंगरौली तब याद आता है जब चुनाव आते हैं। कहते हैं सिंगरौली को सिंगापुर बना दूंगा, भले ही सरकार का पूरा खजाना लुटाना पड़े आजकल वे नये मोड में हैं। अधिकारियों के लिए गाड़ दूंगा, उल्टा लटका दूंगा, तान दूंगा, किसी को नहीं छोडूंगा जैसी गुंडों की भाषा बोल रहे हैं। चार दिनों में छह एस.पी. बदल दिये। इस नौटंकी से कुछ नहीं होने वाला। पहले खुद अपना रवैया बदलो, अधिकारी खुद ठीक हो जाएंगे। छोटे अधिकारियों को धमकाने से कुछ नहीं होगा। वसूली आपके राज में हो, रेत और खनन माफिया आपकी शह पर पनपे और आप कहो कि सबको निपटा दूंगा। राहुल सिंह ने कहा कि समय आ गया है जब सभी वर्गों को जोरदार आवाज उठानी पड़ेगी।