सिंगरौली। राघवेंद्र सिंह।
ये कोई नई बात नही है जब जिला चिकित्सालय में मरीज फड़फड़ाते रहे हो लेकिन डॉक्टर चिकित्सालय में नही रहते यैसा ही एक मामला आज देखने को मिला जहाँ उत्कृष्ट विद्यालय की 10 की छात्रा प्रतिमा प्रजापति को जिला चिकित्सालय में बेहोशी की हालत में लाया गया था लेकिन इमरजेंसी में कोई डॉक्टर न मिलने से उसे बाहर ही लेटाया गया था चाहे बात इमरजेंसी की हो या अन्य डाक्टरो की हर तरह डाक्टरो का चेम्बर खाली ही मिला
वही एक दिल दहला देने वाली बात देखने को मिला ब्रिजपुर निवासी संखलाल उम्र 70 वर्ष को 108 की सहायता से जिला चिकित्सालय लाया गया डॉक्टर न होने के कारण उसे बाहर बैठा दिया गया जब कॉल सेंटर में पूछा गया कि एमरजेंसी में कौन डॉक्टर है तो उन्होंने बालेन्दु नाम के डॉक्टर का नाम बताया लेकिन जब देखा गया तो वो भी अपने चेम्बर से नदारत नजर आए
यैसे में जब जिला चिकित्सालय के CMO से संपर्क किया गया तो उन्होंने बोला कि वही कहि होंज ढूंढ लीजिये आपको बता दे कि CMO जिला चिकित्सालय को फोन करने के एक घण्टे बाद डॉक्टर मरीज को देखने की पहुंचे लेकिन फिर भी डॉक्टर के द्वारा संखलाल को भर्ती नही किया गया वही कुछ ही देर बाद मरीज संखलाल काले रंग की तरह उल्टी करते हुए बेहोस होकर जमीन पर गिर पड़ा लेकिन उसकी हालत को देखने के घंटो बाद भी मरीज को भर्ती नही किया गया था। अब देखना ये है कि आखिर कब तक जिला चिकित्सालय में डॉक्टरो के रहने से मरीज फड़फड़ाते रहेंगे वही देखा जाये तो कई जिला चिकित्सालय के डॉक्टर अपना निजी क्लिनिक चलाने में बिजी रहते है भले ही जिला चिकित्सालय में मरीज मरता रहे