सिंगरौली जिले के चितरंगी इलाके से सरकारी दावों की पोल खोलती एक तस्वीर सामने आई है, जहां सड़क न होने के कारण एक महिला को घर में प्रसव कराना पड़ा और उसने जुड़वा बच्चियों को जन्म दिया। जुड़वा बच्चियों में से एक बच्ची की मौत हो गयी तथा महिला की गंभीर हालत को देखते हुये परिजनों ने उसे खाट पर लिटाकर किसी तरह भारी मशक्कत से दो किलोमीटर तक कंधे पर उठाकर सड़क तक पहुंचे जहां से आटो के सहारे वह अस्पताल पहुंच सके।

गांव में थी नहीं थी सुविधा
मप्र सरकार का दावा है कि अब गरीब को एयर एंबुलेंस तक की सुविधा नि:शुल्क मिल रही है परन्तु यह हकीकत सिंगरौली जिले के उस इलाके का है जहां से पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री राधा सिंह ने चुनाव जीता है तथा उनका गृह ग्राम है। इसका वीडियो शनिवार को सामने आया है। बताते चलें कि इन दिनों पूरे प्रदेश की सड़के तहस-नहस हो गयी हैं परन्तु जिम्मेदार झूठे विकास का ढिंढोरा पीटने से बाज नहीं आ रहे हैं।
जन्म के कुछ देर बाद ही नवजात की मौत
धानी ग्राम के निवासी बृहस्पति कोल की पत्नी गल्लू देवी ने शुक्रवार शाम 5 बजे जुड़वां बच्चियों को जन्म दिया। जन्म के कुछ घंटों बाद ही एक बच्ची की मौत हो गई। शनिवार सुबह स्थानीय समाजसेवी कुलदीप पाठक को घटना की जानकारी मिली। वे तुरंत मौके पर पहुंचे।महिला की स्थिति को देखते हुए उन्होंने परिजनों को अस्पताल ले जाने की सलाह दी। सड़क और एम्बुलेंस की सुविधा न होने के कारण परिजनों को महिला को खाट पर लेकर 2 किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ा। इसके बाद ऑटो से कोरसर स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे।
एक अस्पताल से दूसरे में किया रेफ़र
स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों ने मां और जीवित बच्ची की जांच की।ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर हरिशंकर बैंस ने बताया कि नवजात बच्चे का वजन 1 किग्रा से भी कम है। इसलिए उन्हें उपचार के लिए बैढ़न के जिला अस्पताल में रेफर किया गया है। लेकिन परिजन जिला अस्पताल ले जाने के बजाय महिला को घर ले गए हैं। बच्ची की जान को खतरा है। बहरहाल महिला को खाट पर ले जाने का यह वीडियो अब सामने आया है।
सिंगरौली से राघवेन्द्र सिंह गहरवार की रिपोर्ट





