Singrauli News : जान जोखिम में डालकर रेलवे ट्रैक करते हैं पार, पढ़े पूरी खबर

Amit Sengar
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Singrauli News : सिंगरौली जिले के बरगवां क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या मुख्य मार्ग में रेलवे ओवरब्रिज का न बन पाना है। देवसर विधानसभा सहित सिंगरौली सीधी के यात्री वर्षों से ओवरब्रिज की आस में कई शिलान्यास देख चुके हैं इसके बावजूद आज तक रेलवे ओवरब्रिज की एक ईंट तक नहीं रखी जा सकी। ओवरब्रिज न बनने के कारण रेलवे फाटक पार करने वालों को रोजाना भयंकर जाम का सामना करना पड़ता है।

बता दें कि पूरे दिन में लगभग 25 से 30 बार रेलवे फाटक बंद होता है जो हर बार आधे घंटे से ज्यादा समय तक बंद रहता है। कोई भी वैकल्पिक मार्ग न होने की वजह से राहगीरों को घंटों इंतज़ार करना पड़ता है। वही थक हारकर कुछ यात्री अपनी जान जोखिम में डालकर बंद फाटक के दौरान ही दो पहिया वाहन व पैदल यात्री फाटक पार करने लगते है, जिस कारण कई बार दुर्घटनाएं भी हो जाती हैं। जिले की इस विकराल समस्या को लेकर कई बार मांग पत्र, धरना प्रदर्शन हो चुके हैं आश्वासन भी मिला, शिलान्यास भी हुआ परन्तु सिंगरौली सीधी सांसद का दो पंचवर्षीय लगभग पूरा होने को है इसके बावजूद भी समस्या जस की तस बनी हुयी है।

राहगीरों का कहना है कि आश्वासन तो बार बार मिलता है परन्तु धरातल पर कोई कार्य होता नजर नहीं आता। इस मार्ग में एम्बुलेंस भी घंटो जाम में फंसी रहती है चाहे गर्भवती महिला या मरीज जाम के कारण दम तोड़ दें। कई बार तो रेलवे फाटक पर ही गर्भवती महिलाओं की डिलेवरी हो जाती है। राहगीरों का कहना है कि जिन समस्याओं के समाधान के लिए उन्होने डबल इंजन की सरकार बनायी थी उन समस्याओं का समाधान आज तक नहीं हो सका। वही सिंगरौली-सीधी मार्ग एनएच 39 आज भी लगभग दो दशकों से निर्माणाधीन है। जिले की कई समस्याएं जस की तस बनी हुयी हैं। बैठकें होती हैं, नयी डेडलाईन दी जाती है परन्तु भाजपा को अपना भरपूर समर्थन देने वाली सिंगरौली की जनता को आज भी न्याय नहीं मिल पा रहा है।
सिंगरौली से राघवेन्द्र सिंह गहरवार की रिपोर्ट


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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